मानसून सीजन पर सभी को मिले पर्याप्त राशन, डीएसओ ने ग्रेन डीलरों को जारी किए आदेश
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। मानसून के चलते जनपद में खाद्यान्न की आपूर्ति, वितरण के साथ ही डीजल, पेट्रोल, घरेलू गैस की आपूर्ति, वितरण और उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने को लेकर गैस एजेंसी, पेट्रोल पंप तथा सरकारी सस्ता गल्ले की दुकानों का पूर्ति विभाग की टीम ने औचक निरीक्षण किया । साथ ही ऑनलाइन माध्यम से जनपद स्थित समस्त गैस एजेंसी के प्रबन्धको के साथ वरचुअल बैठक की गई।
जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली की अध्यक्षता में आयोजित वर्चुअल बैठक में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों के ग्रेन डीलरों ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर उन्होंने घरेलू गैस की उपलब्धता और आपूर्ति की समीक्षा की। उन्होंने सभी गैस एजेंसियों को निर्देशित किया गया कि प्रति दिन रसोई गैस की प्राप्ति व वितरण की सूचना पूर्ति कार्यालय को उपलब्ध कराए। साथ ही अग्रिम रूप से अपने इंडेंट जमा कर गैस के लोड मंगवाए। यदि प्लान्ट से समय पर गैस की आपूर्ति में कठिनाई हो रही हो तो तत्काल अवगत कराया जाय। सूचना के बावजूद शिवा गैस एजेंसी सतपुली, कामाक्षी गैस सर्विस धुमाकोट, चौबट्टाखाल गैस एजेंसी, भौंन गैस एजेंसीयों द्वारा ऑनलाइन बैठक के माध्यम से आयोजित समीक्षा बैठक में प्रतिभाग न किए जाने पर उनके स्पष्टीकरण लिए गए। साथ ही सम्बन्धित तेल कंपनी के सेल्स ऑफिसर को कार्रवाई किये जाने हेतु पत्रचार किया गया। इसके अलावा सभी गैस एजेंसीयों को निर्देशित किया गया है कि नगरीय क्षेत्रों में शत प्रतिशत होम डिलीवरी के माध्यम से उपभोक्ताओं को रसोई गैस की आपूर्ति सुनिश्चित की जाय। जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में लगभग 1 लाख 47 हजार लीटर पैट्रोल, 1 लाख 83 हजार लीटर डीजल तथा 7 हजार 749 रसोई गैस सिलेंडर का स्टॉक उपलब्ध है। साथ ही जनपद के 22 आंतरिक खाद्यान्न भंडारों में करीब 2146.97 मेट्रिक टन गेंहू, 3093.74 मेट्रिक टन चावल, 163.48 मेट्रिक टन चीनी तथा दाल 65.48 मेट्रिक टन गोदामों में अवशेष है। इसके अलावा यह भी अवगत कराया गया कि मानसून के दृष्टिकोण से 8 गोदाम संवेदनशील हैं । इन जगहों पर पूर्व में ही 3 माह का खाद्यान्न का आवंटन प्राप्त होने पर माह अगस्त तक का खाद्यान्न अग्रिम तौर से वितरण किया जा चुका है। जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि जनपद में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत प्राथमिक परिवार के 89 हजार 285 प्रचलित है । जिनकी 3 लाख 83 हजार 914 यूनिट, अंत्योदय के 12640 कार्ड जिनकी 40 हजार 756 यूनिट तथा राज्य खाद्य योजना के 62 हजार 185 कार्ड जिनकी 2 लाख 9 हजार 882 यूनिट हैं। इस प्रकार जनपद में कुल एक लाख 64 हजार 110 कार्ड तथा कुल 6 लाख 34 हजार 552 यूनिट हैं । जिनको विभाग द्वारा केंद्र और राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत आवंटित खाद्यान्न का वितरण ससमय सुनिश्चित किया जा रहा है।