कुंभ मेला अवधि में तैनात रहे 24 सेक्टर मजिस्ट्रेटों से भी प्रकरण से संबंधित जानकारी जुटाई
हरिद्वार। कोरोना टेस्टिंग फर्जीवाड़े के आरोपितों से सीडीओ की अध्यक्षता वाली जांच समिति और एसआईटी की पूछताछ दूसरे दिन भी जारी रही है। यही नहीं, जांच समितियों ने कुंभ मेला अवधि में तैनात रहे 24 सेक्टर मजिस्ट्रेटों से भी प्रकरण से संबंधित जानकारी जुटाई। हिसार (हरियाणा) की नलवा लैबोरेट्रीज ने पूछताछ के दौरान दोहराया कि उसका मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के साथ तकनीकी सहयोग का समझौता था, न कि हरिद्वार आकर कोरोना टेस्टिंग करने का। समझौते के तहत उन्होंने मैक्स कारपोरेट के स्टाफ को अपने यहां कोरोना जांच के लिए सैंपल लेना, जांच करना आदि की ट्रेनिंग थी। आरोप लगाया कि कुंभ मेला स्वास्थ्य विभाग को कोरोना जांच के नाम पर जो भी बिल दिए गए हैं, वह सभी फर्जी हैं। उन्होंने कोई बिल नहीं दिए। नलवा लैब और मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के प्रतिनिधियों को पूछताछ के लिए शनिवार को भी तलब किया गया है। एसआइटी ने पूरे दिन मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के साझीदारों शरत पंत और मल्लिका पंत से पूछताछ की। दोनों से पहले अलग-अलग और फिर एक साथ पूछताछ की गई। एसआइटी ने कुछ दस्तावेज भी कब्जे में लिये। एसआइटी के सदस्य शहर कोतवाल राजेश साह ने बताया कई जानकारी सामने आई हैं, इनकी तस्दीक की जा रही है। कुछ बयानों में विरोधाभास भी सामने आया। इसी तरह आरोपित लैब संचालकों के बयान और दस्तावेजों में दर्ज प्रविष्टियां मेल नहीं खा रही हैं। इनका अध्ययन किया जा रहा है। पूछताछ शनिवार को भी जारी रहेगी।
28 को पेश होंगे लालचंदानी लैब के प्रतिनिधि: सीडीओ सौरभ गहरवार ने बताया कि मैक्स कारपोरेट सर्विसेज सहयोगी दिल्ली की डा. लालचंदानी लैब के प्रतिनिधियों ने पेश होने के लिए सोमवार 28 जून तक का समय मांगा है।
सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने साझा की जानकारी: सीडीओ की अध्यक्षता वाली जांच समिति ने कुंभ मेले के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट की भूमिका में रहे 24 कार्मिकों को भी बुलाया था। इनमें से 23 पहुंचे थे। सभी ने जांच अधिकारियों के सामने अपने सेक्टर से संबंधित कोरोना जांच संबंधी जानकारी समिति से साझा की। जांच समिति ने उनसे उस दौरान हुई कोरोना जांच, जांच करने वाले कर्मियों की संख्या, मेले के दौरान आए श्रद्धालुओं की संख्या आदि की जानकारी ली गयी। आरोपितों से कुछ सवाल जवाब सेक्टर मजिस्ट्रेटों की मौजूदगी में भी हुए।