आजादी के 74 साल बाद भी नैनीडांडा के सौंपखाल गांव नहीं पहुंची सड़क, ग्रामीणों ने लिया सड़क बनाने का निर्णय
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जनपद पौड़ी गढ़वाल के सूदरवर्ती नैनीडांडा ब्लॉक के ग्राम सौंपखाल के ग्रामीणों ने सरकार को आईना दिखाते हुए स्वयं सड़क बनाने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों ने सड़क निर्माण के लिए 1 लाख 40 हजार रूपये जमा कर लिए है। ग्रामीणों ने सरकार के सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास नारे पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार न तो सड़क निर्माण में साथ दे रही न ही विकास कर रही है और न ही अब हमारा विश्वास कर रही है। ग्रामीणों ने संकल्प लिया है कि 2022 में रोड़ नही तो वोट नहीं का फार्मूला अपनाया जायेगा।
ग्राम पंचायत चिलाऊ के अन्तर्गत ग्राम सौपखाल के ग्रामीणों की सड़क निर्माण को लेकर जसवंत सिंह कंडारी की अध्यक्षता में सामुहिक बैठक आयोजित की गई। ग्रामीणों ने कहा कि आजादी के 74 साल बीत जाने के बाद भी उन्हें मूलभूत सुविधा सड़क तक नहीं मिली है। सड़क सुविधा न होने से ग्रामीण पैदल ही आवाजाही करने को मजबूर है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार अनापत्ति प्रमाण पत्र के साथ स्थानीय विधायक से गुहार लगा चुके है, लेकिन अभी तक सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि गांव को सड़क से जोड़ने के लिए मात्र तीन-चार किलोमीटर की सड़क चाहिए, जो उनका मौलिक अधिकार है। सरकार यहां के लोगों को सड़क, नेटवर्किंग, अस्पताल कोई भी मूलभूत सुविधा नहीं दे पाई है। सरकार की कोई भी योजना इस गांव तक नहीं पहुंचती है। बैठक में निर्णय लिया गया कि सड़क निर्माण के लिए प्रत्येक परिवार न्यूनतम 1 हजार रूपये की सहयोग राशि संग्रह की जायेगी। जिस पर सभी ग्रामीणों ने सहमति जताई। जसवंत सिंह कंडारी ने बताया कि एक सप्ताह में 1 लाख 40 हजार रूपये की धनराशि सड़क निर्माण के लिए जमा हो गई है। अभी अभियान जारी है। ग्राम पंचायत चिलाऊ प्रधान श्रीमती गीता देवी भी अपने स्तर से सहयोग करेंगी। सौंपखाल युवा समिति के कार्यकारणी सदस्य होशियार सिंह कंडारी का कहना हैं कि दानदाताओं के द्वारा सहर्ष दी जाने वाली धनराशि की प्रक्रिया अभियान अभी भी जारी हैं।