अधिकारी भी नहीं जानते कब दूर होगी बिजली कटौती की समस्या
-भीषण गर्मी के बीच अघोषित बिजली कटौती छुड़ा रही पसीने
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लगातार बढ़ रहे पारे के बीच घंटों की बिजली कटौती ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। ऊर्जा निगम तपती दोपहर के समय बिजली कटौती कर रहा है, जिससे लोगों के पसीने छूट रहे हैं। वहीं, बिना बिजली के लोगों के पंखे, कूलर व एसी शौपीस बनकर रह गए हैं। हैरानी की बात यह है कि विद्युत वितरण उपखण्ड के अधिकारी भी यह नहीं जानते हैं कि यह बिजली कटौती की समस्या कब तक रहेगी और दिन में कितने घंटे के लिए बिजली कटौती की जाएगी।
पिछले कुछ दिनों से अघोषित बिजली कटौती ने आमजन को परेशान कर दिया है। विद्युत कटौती से शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी परेशान हो रहे हैं। सोमवार को भी दिन में दो बजे के करीब शटडाउन लिया गया, जो शाम छह बजे तक भी बहाल नहीं हुआ। घंटों की बिजली कटौती ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए हैं। पदमपुर निवासी सुलोचना देवी, आशा देवी आदि का कहना है कि दिन के समय भीषण गर्मी से बुरा हाल होता है। ऐसे में बिजली जाने से परेशानियां और बढ़ जाती हैं। सरकार को जनता की समस्या को समझना चाहिए और अघोषित बिजली कटौती पर रोक लगानी चाहिए।
विद्युत कटौती का सबसे बुरा असर उद्यमियों पर
विद्युत कटौती का असर छोटे व बड़े व्यापारियों पर सबसे अधिक पड़ रहा है। आइस्क्रीम विक्रेता राहुल ने बताया कि बार-बार बिजली गुल होने से उन्हें नुकसान झेलना पड़ रहा है। ऐसे ही स्थिति शहर में बिजली से संबंधित अन्य व्यापार की बनी हुई है। उधर, इंडस्ट्रियल एरिया में भी घंटों की बिजली कटौती के कारण उत्पादन ठप हो रहा है। जिससे उद्यमियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता का कहना है…
विद्युत वितरण उपखंड कोटद्वार के अधिशासी अभियंता मोहित डबराल का कहना है कि पूर्व की भांति ही इस बार भी विद्युत कटौती की जा रही है। उच्च अधिकारियों का कहना है कि मांग बढ़ने और उत्पादन कम होने के कारण विद्युत कटौती की जा रही है। यह समस्या कब दूर होगी और कितने समय के लिए बिजली कटौती होगी, इस संबंध में कुछ नहीं कहा जा सकता है।