अनुसूचित जाति के परिवारों के उत्पीड़न पर जताया रोष
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : शैल शिल्पी विकास संगठन ने चमोली के जोशीमठ में ग्राम सुभाई में अनूसूचित जाति के परिवारों के उत्पीड़न पर रोष व्यक्त किया है। कहा कि आज के समय में इस तरह का व्यवहार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। संठन ने दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाने की भी मांग उठाई।
शैल शिल्पी विकास संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विकास कुमार आर्य ने कहा कि जोशीमठ के ग्राम सुभाई में हुई घटना चिंताजनक है। भारत का संविधान सभी नागरिकों को एक समान अधिकार देता है। कहा कि आज भी तथाकथित उच्च जातियां गांवों में अपनी पंचायत का फरमान सुनाकर देश के संविधान की खुले आम धज्जियां उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुभाई गांव के किसी धार्मिक आयोजन में बीमार होने की वजह से शिल्पकार समाज के ढोल वादक ढोल बजाने नहीं पहुंच सके, जिस पर सामान्य जाति के लोगों ने पंचायत कर अनुसूचित जाति के लोगों पर जुर्माना लगाया गया, उन्हें जाति सूचक गालियां दी गई साथ ही उनका सामाजिक बहिष्कार किया गया, उन्हें पानी के स्रोतों, गांव के सार्वजनिक रास्तों, आदि के मौलिक अधिकारों के इस्तेमाल पर रोक लगाने का फरमान सुना दिया गया। उन्होंने आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की है। मांग न माने जाने पर शैलशिल्पी विकास संगठन सहित पूरे प्रदेशभर में अनुसूचित जाति के दर्जनों संगठन एक वृहद आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, क्योंकि उक्त घटना से अनुसूचित जाति समाज में गहरा रोष व्याप्त है।