परियोजना प्रबंधन के खिलाफ जताया आक्रोश
-नदी में पानी छोड़े जाने की मांग को लेकर दिया ज्ञापन
-शव की अस्थियां कम पानी के कारण नदी में नहीं हो पा रहे प्रवाहित
जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर। भाजयुमो ने श्रीनगर जल विद्युत परियोजना प्रबंधन के रवैये के खिलाफ आक्रोश जताया है। कहा कि परियोजना के बांध से पांच किमी. के दायरे में पानी बहुत कम मात्रा में छोड़े जाने से श्रीकोट और श्रीनगर के लोंगों को भारी दिक्कतें हो रही हैं। कार्यकर्ताओं ने कंपनी के डीजीएम एचआर को ज्ञापन सौंपकर नदी में पर्याप्त मात्रा में पानी छोड़ने की मांग की। कहा कि यदि मांग पर तत्काल कार्यवाही नहीं हुई तो उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
भाजयुमो के प्रदेश मंत्री सुधीर जोशी के नेतृत्व में परियोजना के अधिकारियों से मिलने पहुंचे कार्यकर्ताओं ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से अलकनंदा नदी के जल प्रवाह को रोका गया है। जिसका खामियाजा शहर वासियों को भुगतना पड़ रहा है। वर्तमान समय की स्थिति ऐसी है कि यदि किसी कोरोना मरीज की मृत्यु होती है तो अंतिम संस्कार के बाद शवों की अस्थियां पूर्ण रूप से जल प्रवाह न होने की वजह से नदी में प्रवाहित नहीं हो पा रही हैं। जिसके कारण बाद में आवारा जानवरों द्वारा उन अस्थियों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा रहा है। जिससे लोगों में भय व्याप्त हो रहा है। इस मौके पर भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष अर्जुन गैरोला, अरूण रावत, विपिन नौटियाल, सुजीत गैरोला और सभासद डॉ. विनीत चंद्र पोश्ती आदि शामिल रहे।