पर्यटक स्थलों एवं टै्रक रूटों में विकसित होगी सुविधाएं
जयन्त प्रतिनिधि।
चमोली : जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पर्यटन विकास समिति (डीटीडीसी) की बैठक संपन्न हुई। डीएम ने बैठक में नए पर्यटन डेस्टिनेशन के चयन व विकास, विभागीय परिसंपत्तियों के संचालन एवं रख-रखाव, पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के विकास को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए। इस दौरान जनपद में पर्यटक स्थलों एवं टै्रक रूटों में सुविधाएं विकसित करते हुए अधिक से अधिक पर्यटन गतिविधियों का संचालन करने पर चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद स्तर पर गठित समिति का कार्य जिले में पर्यटन स्थलों को विकसित करने के साथ ही प्रबन्धन एवं आय को बढ़ाने के साधन उपलब्ध कराना है। उन्होंने पर्यटन विभाग को निर्देशित किया कि जनपद में संचालित पर्यटक आवास गृह, रेस्टोरेंट, पार्किग एवं अन्य परिसंपत्तियों से निर्धारित धनराशि को डीटीडीसी में जमा कराया जाए। बृद्धबद्री मंदिर के सौन्दर्यीकरण में स्थानीय आर्किटेक्चर को प्राथमिकता देते हुए पाथवे विकास, लाइटिंग, बैंच, साइनेज के साथ पर्यटकों की सुविधा के लिए पार्किंग और अन्य मूलभूत सुविधाओं को योजना में शामिल करें। डुंग्री रतगांव से ब्रहताल, क्वार बुग्याल, सुपताल-झमताल ट्रैक पर प्राकृतिक संशाधनों से पर्यटकों के लिए आवश्यक सुविधाएं जुटाई जाए। घेष-बगची बुग्याल ट्रैक मार्ग के सुदृढ़ीकरण के लिए बद्रीनाथ वन प्रभाग को धनराशि अवमुक्त की जाए। जिलाधिकारी ने देवली बगड़ में निर्मित पर्यटक आवास गृह, दुरमी ताल में साहसिक सेंटर, जिलासू में अलकनंदा किनारे निर्मित रेस्टोरेंट तथा मंडल में नवनिर्मित रेस्टोरेंट का रख रखाव करने और पर्यटन अधिकारी को समय-समय पर स्थलीय निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए। इस दौरान जनपद में पर्यटक स्थलों एवं टै्रक रूटों में सुविधाएं विकसित करते हुए अधिक से अधिक पर्यटन गतिविधियों का संचालन करने पर चर्चा की गई। बैठक में डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे, परियोजना निदेशक आनंद सिंह, सीटीओ मामूर जहां, सीओ अमित कुमार सैनी, जिला पर्यटन अधिकारी बृजेंद्र पांडेय, होटल एसोसिएशन के पदाधिकारी आदि मौजूद थे।