राज्य सरकार आपदा से निपटने में फेलरू यशपाल आर्य
हल्द्वानी। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा मानसून के पहले चरण में हुई बर्बादी से सिद्घ हो गया है कि सरकार आपदा प्रबंधन में पूरी तरह फेल हो गई। पहली बारिश में देहरादून सहित मैदानी जिलों में जलभराव हो या पहाड़ी जिले चमोली में करंट की मानव जनित आपदा से 16 लोगों की मौत, हर घटना में सरकार की लापरवाही और कर्तव्यहीनता उजागर हुई है। शनिवार को विज्ञप्ति जारी कर नेता प्रतिपक्ष आर्य ने कहा आपदा को लेकर सरकार की संवेदनशीलता इस बात से परखी जा सकती है कि राज्य आपदा प्रबंधन समिति की बैठक एक साल से नहीं हुई है। राज्य स्तर में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली राज्य आपदा प्रबंधन समिति ही आपदा प्रबंधन, आपदा के समय समन्वय और नीतिगत निर्णयों के लिए जिम्मेदार होती है। विधानसभा अध्यक्ष के कोटद्वार के मालन पुल से संबंधित वायरल वीडियो ने सिद्घ किया है कि उन्हें भी बेपरवाह नौकरशाह के सामने गुहार लगानी पड़ रही है। कहा सरकार के प्रभारी मंत्री भी अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में आपदा प्रबंधन के बजाय आपदा पर्यटन की औपचारिकता पूरी करके वापस राजधानी आ गए हैं। उन्होंने कहा जो सरकार घोषित स्मार्ट सिटी राजधानी देहरादून में जलभराव की समस्या का हल नहीं खोज पा रही है, उससे राहत की क्या आशा करें। कहा हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। सरकार से इस साल की आपदा में हुए नुकसान की भरपाई करने की उम्मीद करना बेकार है। क्योंकि किसानों को पिछले साल का ही मुआवजा नहीं दिया गया। यही हाल पहाड़ी जिलों का भी है, यहां सेब, टमाटर आदि फसलें आपदा के कारण बाजार न आने पर खेतों ही में सड़ रही हैं। कहा सीएम को जल्द राज्य आपदा प्रबंधन समिति की बैठक बुलाकर समस्याओं का हल निकालना चाहिए।