फीस मांफी की मांग को लेकर अभिभावकों ने किया कलक्ट्रेट पर सांकेतिक प्रदर्शन
रुद्रपुर। कोविड-19 महामारी में स्कूल फीस माफ करने की मांग को लेकर अभिभावकों ने कलक्ट्रेट पर सांकेतिक प्रदर्शन किया और स्कूल नहीं, तो फीस नहीं के नारे लगाते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। उनका कहना था कि को रोना काल में जहां कारोबार ठप पड़े हुए। इसकी वजह से अभिभावकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में प्रदेश सरकार को भी अभिभावकों की भावनाओं व मजदूरी को देखते हुए स्कूल प्रबंधकों से फीस मांफी का आदेश जारी करना चाहिए। उन्होंने आगाह किया कि यदि सरकार ने जल्द निर्णय नहीं लिया,तो अभिभावक संघर्ष समिति का गठन कर आंदोलन किया जाएगा। सोमवार को कांग्रेस नेता सीपी शर्मा, सिख संगठन के तजिंदर सिंह विर्क, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष सहित दर्जनों अभिभावक कलक्ट्रेट पहुंचे और स्कूल नहीं, तो फीस नहीं के नारे लगाते हुए सांकेतिक प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने सीएम को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। महामारी के चलते 22 मार्च से निरंतर लॉकडाउन होने से चार माह से शिक्षण संस्थाएं बंद हैं। बच्चों को ऑनलाइन पाठ्यक्रम पढ़ाया जा रहा है। कोरोना लॉकडाउन ने दैनिक कार्य, व्यवसाय सहित सारे कारोबार को प्रभावित कर दिया है। परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है। दैनिक व मासिक आय समाप्त हो गई है। इसकी वजह से अभिभावक आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। वहीं इस संकट की घड़ी में लोग एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं। मगर कई प्राइवेट स्कूल अभिभावकों को मैसेज भेजकर चार माह की फीस देने का दवाब बना रहे हैं। इससे अभिभावक मानसिक तनाव से गुजर र हा है। इसके लिए प्रदेश सरकार को ठोस कदम उठाते हुए प्रदेश के स्कूल प्रबंधकों को फीस माफी का आदेश पारित करना चाहिए। साथ ही जबरन फीस लेने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई करनी की पहल होनी चहिए। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने फीस माफी पर स्थिति साफ नहीं की, तो अभिभावक संगठित होकर संघर्ष समिति बनाकर आंदोलन करेगे। इस मौके पर पार्षद प्रमोद शर्मा, विकास शर्मा, हिमांशु शुक्ला, विराट आर्या, सर्वजीत सिंह, गुरविंदर सिंह, करन खालसा, अमन सिंह, गुरप्रीत सिंह, लविंदर सिंह, अभिनव गुप्ता, सुशील चौहान आदि मौजूद रहे।
फीस माफी के समर्थन में उतरे तेरह संगठन
रुद्रपुर। फीस माफी के मुद्दों को लेकर तेरह संगठन समर्थन करते हुए लामबंद हो गए है। इसमें जिला बार एसोसिएशन, तराई किसान संगठन, किसान संघ, सिख संगठन यूपी-उत्तराखंड, गुरुनानक चैरिटेबल ट्रस्ट, बंगाली एकता मंच, ग्रीन एनवायरमेट, गोरक्षा दल, छात्र संघ, देवभूमि व्यापार मंडल, प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल सहित छात्र संघ एवं पूर्व छात्र संघ अध्यक्षों ने समर्थन कर आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कोई पहल नहीं की, तो सभी संगठनों सहित अभिभावकों की संघर्ष समिति बनाकर आंदोलन किया जाएगा।