भू-वैज्ञानिकों ने किया लोअर मालरोड का निरीक्षण
नैनीताल। नगर की लोअर मालरोड की स्थायी सुरक्षा के मद्देनजर सोमवार को भूवैज्ञानिकों ने जर्जर हो चुकी सड़क का जायजा लिया। पीडब्ल्यूडी विभाग की भू-वैज्ञानिक प्रिया जोशी और डीएसबी के भू-वैज्ञानिक प्रो.बीएस कोटलिया ने प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने पूर्व की सर्वे रिपोर्ट सरीखे दस्तावेज भी मांगे। इसके अध्ययन के बाद फाइनल रिपोर्ट तैयार की जाएगी। वर्ष 19 अगस्त 2018 में नगर की लोअर मालरोड का 25 मीटर हिस्सा झील में समा गया था। पीडब्ल्यूडी के 46 लाख के प्रस्ताव के सापेक्ष 23 लाख रुपये से अस्थाई सुरक्षा की गई। इसके बाद आईआईटी, वाडिया इंस्टीट्यूट समेत अन्य टीम इसका निरीक्षण कर चुकी हैं। बीते दिनों अस्थाई रोक को सुदृढ़ करने के लिए 81 लाख रुपये का जीओ जारी हो चुका है। स्थाई सुरक्षा के लिए शासन द्वारा मुख्य अभियंता दीपक यादव के नेतृत्व में पांच सदस्यी टीम गठित की गई। सोमवार को भू-वैज्ञानिक प्रिया जोशी व प्रो.बीएस कोटलिया ने मालरोड के प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने अब तक के सुरक्षा इंतजाम समेत जीमेप संस्था द्वारा ड्रिलिंग के माध्यम से एकत्र की गई राक्स के नमूनों के बारे में भी जानकारी हासिल की। वैज्ञानिकों ने पूर्व के सर्वे रिपोर्ट भी संकलित की। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से लोअर मालरोड में सीजन/आफ सीजन में प्रतिघंटा गुजरने वाले वाहनों के संबंध में भी जानकारी मांगी। प्रो.कोटलिया ने वाहन का दबाव कम करने की जरूरत बताई। दूसरे चरण में विस्तृत अध्य्यन के बाद शासन की गठित टीम क्षेत्र का निरीक्षण करेगी। इस मौके पर लोनिवि के एई जीएस जनौटी, जेई महेंद्र काम्बोज आदि मौजूद रहे।