पांच बच्चे राज्य स्थापना दिवस पर होंगे सम्मानित
बागेश्वर। बच्चों को अपनी प्रतिभाओं को निखारने के लिए अपने आप को व्यस्त रखना होगा। जब बच्चे व्यस्त रहेंगे तो वे नशे से दूर रहेंगे। इस काम में अभिभावक उनकी मदद कर सकते हैं। यह बात जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान कही। नगर पालिका सभागार में नशा एक अभिशाप और समाधान की संभावनाएं विषय पर प्रतियोगिता आयोजित हुई। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने नशे से दूर रहने के तरीके बताए। उन्होंने कहा कि नशे से दूर रहने का सबसे अच्छा उपाय अपने आप को अच्टे कामों में व्यवस्त रखना है। इनमें आप खेलकूद, स्वीमिंग, माइंड गेम, पेंटिंग, म्यूजिक आदि को अपनी रूचि के अनुसार शामिल कर सकते हैं। जिलाधिकारी ने संवाद वैलफेयर सोसायटी की ओर से आयोजित 11 इंटरमीडिएट से चुने गए सभी प्रतिभागियों के प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम में मुख्य निर्णायक के तौर पर उन्होंने बच्चों को उनके प्रदर्शन के अनुसार अंक भी निर्धारित किए। उन्होंने कहा कि हमें नशे के कारणों को खोजना होगा। फैक्ट एंड फीगर के आधार पर समाधान तलाशने की जरूरत है। प्रतियोगिता में थ्रीश कपूर ने कहा कि बच्चे अब नशे के दुष्प्रभावों को समझने लगे हैं ये अच्छी बात है। संवाद वैलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष संतोष फुलारा ने कहा कि युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक करने का पहला प्रयास है। प्रतियोगिताओं 11 इंटर कालेज के बच्चों को लेकर दो चरणों में आयोजित की गयी जिनमें आज 5 बच्चों का चयन किया गया। इन बच्चों को राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में सम्मानित किया जाएगा।