रुद्रप्रयाग। जिला खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा जनपद में गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थों की बिक्री के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। जगह जगह कैम्प लगाकर व्यापारियों का पंजीकरण कराने के साथ ही उन्हें जागरूक भी किया जा रहा है। जिला खाद्य संरक्षा अधिकारी मनोज सेमवाल ने अगस्त्यमुनि रामलीला मैदान में खाद्य लाइसेंस के लिए पंजीकरण शिविर में व्यापारियों को कई जानकारियां दी। उन्होंने बताया कि अभी सरकार द्वारा सभी खाद्य पदार्थों में आवश्यक पोषक तत्व मिलाने के लिए निर्माताओं को कहा जा रहा है। जिसे फूड फोर्टिफिकेशन नाम दिया गया है। ऐसा करने वाले निर्माताओं को मानकों के अनुसार अपने उत्पाद पर एफ प्लस का लोगों लगाया जाता है। अभी मुख्यत: दूध, तेल, नमक तथा आटा को ही इस दायरे में लिया गया है। कहा कि जनपद रुद्रप्रयाग चारधाम यात्रा का अहम पड़ाव है। प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में यात्री यहां आते हैं। ऐसे में खाद्य सामाग्री बेचने वाले व्यापारियों को अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए फूड लाइसेंस लेना अनिवार्य है। विभाग व्यापारियों को लाइसेंस लेने के बाद चरणवद्घ तरीके से प्रशिक्षित भी कर रहा है। जिससे वे अपना व्यवसाय ग्राहक की सन्तुष्टि के साथ कर सके। इसके लिए विभाग व्यापारियों की रेटिंग कर उसे प्रकाशित भी करायेगा। जिससे देश विदेश से आने वाले ग्राहक रेटिंग के हिसाब से व्यापारी से लेन देन करेगा।
पंजीकरण शिविर में अगस्त्यमुनि के 32 व्यापारियों के लाइसेंस नवीनीकरण किए गए। जबकि आठ नये लाइसेंस जारी किए गए। पंजीकरण शिविर में व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन बिष्ट एवं महामंत्री त्रिभुवन नेगी ने सहयोग किया। इस मौके पर विभाग के डाटा इण्ट्री अपरेटर राजेन्द्र बिष्ट, व्यापारी कमलेश जमलोकी, जसपाल लाल, विजय बंगरवाल, प्रकाश गुनसोला, धनसिंह नेगी, दिनेश पंवार, नितिन बमोला, प्रवीण, अखिलेश पाण्डेय सहित कई व्यापारी मौजूद रहे।