गांधी जयन्ती पर जिला मुख्यालय में विभिन्न कार्यक्रम होगें आयोजित
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयन्ती के अवसर पर जनपद मुख्यालय पौड़ी में विभिन्न कार्यक्रम कार्यक्रम आयोजित किये जायेगें। प्रात: 8 बजे सभी राजकीय भवनों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। वहीं सभी कार्यालयों, विद्यालयों और दूसरी संस्थाओं के किसी बड़े हॉल या कक्ष में वरिष्ठ अधिकारी, प्रधानाचार्य या अध्यक्ष द्वारा महात्मा गांधी के एक बड़े चित्र का अनावरण व माल्यार्पण किया जाएगा। जबकि कलेक्ट्रेट परिसर पौड़ी में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज पौड़ी की छात्राओं द्वारा राम धुन एवं गांधी के भजनों का गायन किया जाएगा।
2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के समारोह कार्यक्रम के सफल संपादन हेतु जिलाधिकारी गढ़वाल धीराज सिंह गब्र्याल ने जनपद स्तरीय संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी। डीएम ने कहा कि गांधी की जयन्ती के अवसर पर उनके जीवन संघर्ष, उनकी देशसेवा, उनके जीवन मूल्यों पर प्रकाश डाला जाएगा। विशेष रूप से निर्बलों के कल्याण संबंधी अंत्योदय की उनकी अवधारणा, भावनात्मक एकता, राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के संबंध में उनके विचारों का संक्षिप्त परिचय दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रात: साढ़े आठ बजे स्कूलों एवं कॉलेजों में गांधीवादी जीवन दृष्टि का प्रचार तथा गांधीजी के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विद्यार्थियों के मध्य वाद-विवाद या गोष्ठी, जिसमें जातिगत भेदभाव से दूर रहकर समाज में समता और समरसता लाने पर बल दिया जाएगा। प्रात: 9 बजे कंडोलिया में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा नगर पालिका पौड़ी द्वारा सफाई अभियान चलाया जायेगा। प्रात: साढ़े 9 बजे विभिन्न संस्थाओं एवं कार्यकर्ताओं की सहायता से प्रौढ़ शिक्षा एवं साक्षरता को बढ़ावा देने तथा सामाजिक विषमता के अभिशाप के उन्मूलन के लिए आम जनता का आह्वान किया जाएगा। प्रात: 10 महिलाओं की उन्नति के लिए गांधी द्वारा बताए गए मार्ग का अनुसरण करने, बालिका शिक्षा के प्रचार, दहेज प्रथा की समाप्ति तथा महिलाओं को आर्थिक सामाजिक क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए सामाजिक चेतना पैदा करने हेतु प्रभावी अभियान चलाया जाएगा। 11 से 12 बजे तक विकास भवन पौड़ी में गांधी के सिद्धांतों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसके तहत गांधी के नेतृत्व में चलाए गए स्वाधीनता आंदोलन, उत्तराखंड में इसका व्यापक प्रभाव, गांधी द्वारा दिए गए रचनात्मक कार्यक्रमों, स्वदेशी आंदोलन, नमक सत्याग्रह, व्यक्तिगत सत्याग्रह आदि पर प्रकाश डाला जाएगा। इसके अलावा राष्ट्रपिता द्वारा लघु, कुटीर एवं खादी ग्रामोद्योगों के विकास व उन्नयन के संबंध में उत्तराखंड में ऐसे उद्योगों के महत्व को देखते हुए आमजन को ऐसे उद्योगों की ओर उन्मुख किए जाने हेतु प्रेरित किया जाएगा।