उत्तराखंड

शहीद मनोज राणा को दसवीं पुण्यतिथि पर गणेश जोशी ने दी श्रद्घाजंलि

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देहरादून। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने राजपुर निवासी शहीद मनोज राणा की पुण्यतिथि पर उन्हें भावपूर्ण स्मरण किया व उन्हें श्रद्घासुमन अर्पित किए।
शहीद मनोज राणा भारतीय सेना के 2ध्4 गोरखा राइफल में तैनात थे और वर्ष 2013 में 27 जुलाई को एक आतंकी हमले में जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हो गए थे। मंत्री गणेश जोशी ने कहा बलिदानी की कोई जाति या धर्म नहीं होती। बलिदानियों का सम्मान उनकी यादों को संजोए रखना हर नागरिक का कर्तव्य है। उन्होने कहा कि देश की सुरक्षा में तैनात हर पांचवां सैनिक उत्तराखंड से होता है। देश को जब-जब जरूरत पड़ी उत्तराखंड के वीरों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। प्रधानमन्त्री मोदी के कुशल मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में देहरादून के गुनियाल गांव में सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है। सैन्य धाम का मुख्य गेट देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत के नाम से बनाया जा रहा है। जब यह सैन्य धाम तैयार होगा तो जैसे चारों धामों के दर्शन करने लोग आते हैं, उसी तरह सैन्य धाम को देखने भी आएंगे। इस अवसर पर शहीद की माता उषा राणा, बहिन पिंकी राणा, पूर्व मंडल अध्यक्ष पूनम नौटियाल, गोर्खाली सुधार सभा अध्यक्ष पद्म बहादुर थापा, पार्षद मंजीत रावत, दीपक अरोड़ा, मोहित अग्रवाल, विशाल कुल्हान, रोशनबाला थापा उपस्थित रहे।
शहीद के आश्रित को दस साल बाद भी नहीं मिली स्थाई नौकरीरू धस्माना
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने राजपुर के डाकपट्टी में शहीद मनोज राणा को पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही शहीद की मां उषा राणा, बहन पिंकी राणा और अन्य परिजनों से मिलकर उनका हालचाल जाना। शहीद की मां उषा राणा ने धस्माना को बताया कि उनके प्रयास से 2014 में शहीद के आश्रित के रूप में जो अस्थायी नौकरी क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय में मिली थी, वह आज तक स्थाई नहीं हो पाई है। पिछले दस साल से वह लगातार सरकार से पत्राचार कर रहे हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। धस्माना ने परिवारजनों को भरोसा दिया कि वह इस संबंध में शीघ्र मुख्यमंत्री से मिलेंगे।

 

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