सीएम एक्शन में: घटिया निर्माण पर लोनिवि दुगड्डा के दो इंजीनियर सस्पेंड
सोशल मीडिया में वायरल हुआ था सड़क निर्माण में घटिया गुणवत्ता का वीडियो
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। प्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत शपथ ग्रहण के बाद से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन में है। वह लगातार फैसले लेकर सुर्खियों में बने हुए है। बुधवार को मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण दुगड्डा के दो इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है। दोनों अधिकारी निलम्बन की अवधि में मुख्य अभियन्ता कार्यालय लोक निर्माण विभाग पौड़ी से सम्बद्ध रहेगें। गत मंगलवार को रिखणीखाल ब्लॉक के एक युवक ने सड़क निर्माण में घटिया गुणवत्ता का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया था। इस वीडियो का मुख्यमंत्री ने दो दिन में ही संज्ञान लेकर अधिकाारियों के खिलाफ कार्यवाही कर दी है।
तीन मिनट 26 सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में एक व्यक्ति बता रहा है कि रथुवाढाव से धुमाकोट और कोटद्वार के लिए गाड़ी जाती है। रथुवाढाब से सात किमी. पीछे मलेखान बैंड है। यहां पर 15 मार्च से पहले डामरीकरण हो चुका है। यह लोक निर्माण विभाग की रोड है। व्यक्ति डामरीकरण की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए बता रहा है कि मलेखान बैंड के समीप सड़क के डामरीकरण में गंभीर लापरवाही बरती गई है। यह डामर हाथ से ही उखड़ रहा है। व्यक्ति कह रहा है कि विकास के नाम पर जनता के धन का दुरूप्रयोग किया जा रहा है और अधिकारियों और ठेकेदारों के पेट भरे जा रहे है। सड़क का डामरीकरण हाथ से ही उखड़ने की घटना को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने गंभीरता से लेते हुए निर्माण खण्ड लोक निर्माण विभाग दुगड्डा गढ़वाल के सहायक अभियंता अजीत सिंह व अपर सहायक अभियंता अनिल कुमार को निलंबित कर दिया है।
प्रमुख सचिव रमेश कुमार सुधांशु की ओर से जारी निलबंन आदेश में कहा गया है कि अधिशासी अभियन्ता, निर्माण खण्ड, लोनिवि दुगड्डा गढ़वाल द्वारा उपलब्ध कराई गई निरीक्षण आख्या के अनुसार अनुबन्ध के अन्तर्गत स्वीकृत स्व. जगमोहन सिंह नेगी मोटर मार्ग (लक्ष्मणझूला-कांडी-दुगड्डा-रथुवाढाब-धुमाकोट मोटर मार्ग) के किमी. 154 और 155 में नवीनीकरण के अन्तर्गत गठित अनुबन्ध के विरूद्ध जो किया गया है उसकी गुणवत्ता संतोषजनक नहीं है। आख्यानुसार वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए अधिशासी अभिन्ता निर्माण खण्ड लोनिवि दुगड्डा गढ़वाल द्वारा तत्काल की कार्यस्थल का 16 मार्च 2021 को निरीक्षण किया गया। अधिशासी अभिन्ता द्वारा प्रस्तुत निरीक्षण आख्या के परीक्षण से स्पष्ट है कि प्रश्नगत मोटर मार्ग के निर्माण/सुधारीकरण कार्य हेतु कार्यस्थल पर अजीत सिंह सहायक अभियन्ता और अनिल कुमार अपर सहायक अभियन्ता द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन उचित प्रकार से नहीं किया गया, जो उनकी स्वेच्छाचारी प्रवृत्ति का घोतक है तथा उत्तराखण्ड राज्य कर्मचारी आचरण नियमावली 2002 के नियम का स्पष्ट उल्लंघन है।
मुख्यमंत्री ने कहा लापरवाही और भ्रष्टाचार पर होगी कड़ी कार्रवाई
देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सख्त एक्शन लेते हुए घटिया सड़क निर्माण मामले में लोनिवि के दो अभियन्ताओं को निलम्बित करने के निर्देश दिये है। इस सम्बन्ध में प्रमुख सचिव लोनिवि द्वारा दोनों अभियन्ताओं को निलम्बित किये जाने के आदेश भी निर्गत किये जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए दुगड्डा लोक निर्माण प्रांतीय खंड में लक्ष्मणझूला-कांडी-दुगड्डा-रथुवाढाब-धुमाकोट मोटर मार्ग के किमी. 154-155 में घटिया सड़क निर्माण के मामले में एई अजीत सिंह व जेई अनिल कुमार को सस्पेंड करने के निर्देश दिये थे। मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच भी बैठा दी है। उन्होंने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और लापरवाही को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज्य सरकार स्वच्छ, पारदर्शी व ईमानदार प्रशासन के लिए प्रतिबद्ध है। जिस स्तर पर भी कमी पाई जाएगी, वहां सख्त से सख्त एक्शन लिया जाएगा।