आयकर सीमा और बढ़ने से सरकारी व गैर सकारी तबका खुश
रुद्रप्रयाग। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा जारी बजट में आयकर सीमा को बढ़ाने को लेकर सरकारी एवं गैर सरकारी तबका काफी खुश है। साथ ही सामान्य लोग जो चाहते थे कि इस सीमा को बढ़ाया जाना चाहिए, उन्हें भी काफी खुशी हुई है। इससे समाज के हर कारोबारी को लाभ मिलेगा। हर साल बजट को लेकर समाज के हर वर्ग चाहे नौकरी पेशे वाला हो या फिर कारोबारी, घरेलू महिला एवं अन्य काम धाम से जुड़ा व्यक्ति हो। हर कोई बजट को लेकर टकटकी लगाए रहते हैं। बीते सालों जब आयकर सीमा को 5 लाख किया गया तब भी लोगों ने काफी खुशी जताई। इस बार जब बजट पेश किया गया तो सबसे पहले लोगों ने आयकर सीमा पर ही नजर लगाई। यह फैसला मध्यम वर्ग के साथ ही सभी के लिए बेहतर कदम है। आम बजट में आयकर सीमा को बढ़ाने के लिए तीन साल से इंतजार किया जा रहा है। अब, सात लाख की सालाना आय पर किसी तरह का टैक्स नहीं लगेगा। जबकि पहले यह सीमा पांच लाख रुपये थी। आयकर का स्लैब भी ढाई लाख से तीन लाख कर दिया गया है। अब महज 9 लाख रुपये आमदनी करने वाले को महज 45 हजार रुपये ही टैक्स देना पड़ेगा। आयकर सीमा बढ़ाने के फैसले की चहुंतरफी प्रशंसा की जा रही है। सरकारी कर्मचारी हो या फिर पेंशनर्स या प्राइवेट नौकरी करने वाले, स्वयं का कारोबार कर रहे लोग काफी खुश हुए हैं।