सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा आशा वर्कर्स ने किया प्रदर्शन
अल्मोड़ा। राजकीय कर्मचारी घोषित करने, समान कार्य का समान वेतन सहित विभिन्न मांगों को लेकर आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन तथा अल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन (एक्टू) के बैनर तले तहसील मुख्यालय में प्रदर्शन किया किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में जुटी आशा कार्यकत्रियों ने सभा में सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। कहा कि कोरोना महामारी के दौरान आशाओं ने अपनी जान जोखिम डालकर फ्रंटलाइन वर्कर्स के तौर पर महत्वपूर्ण सेवाएं दीं। लेकिन इसके बावजूद आशा वर्कस की उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री को तहसीलदार के माध्यम से ज्ञापन भी भेजा। यहां यूनियन की जिला उपाध्यक्ष मीना आर्या, ब्लक अध्यक्ष कमला जोशी, कोषाध्यक्ष भावना बिष्ट, कुसुम लता जोशी, जया जोशी, शोभा पंत, प्रेमा सुयाल, लीला बेलवाल, हीरा देवी, उमा देवी, चंपा पंत, अलका लोशी, मंजू नेगी, मीना बिष्ट, रेनू जीना, दीपा पपनै, गीता देवी रहीं।
भिकियासैंण में आशाओं ने जुलूस निकाल कर जताया विरोध
उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन के बैनर तले आशा वर्कर्सों ने सड़क पर उतरकर राज्य सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुये प्रदर्शन किया। तहसील प्रशासन के माध्यम से प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजा। जल्द मांगें पूरी नही होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। शुक्रवार को आशा वर्कर्सों ने भिकियासैंण व स्याल्दे बाजार में जुलूस निकाला। उन्होंने कहा कि 12 सूत्रीय मागों को लेकर पूर्ण हड़ताल में रही। इसके बाद सीएम ने 20 दिन के भीतर मानदेय सबंधी शासनादेश जारी कर दिया जायेगा। लेकिन तय समय में आश्वासन पूरा नहीं हुआ। यहां ऐक्टू नेता आनंद नेगी, हेमलता, धना कत्यूरा, पूजा रावत, कमला, गीता, शालू, निर्मला, अनिता, किरन, ममता, लक्ष्मी, हंसी, बसंती, हेमा रहे।