घरों को उजाड़ने से पहले परिवारों को बसाएं सरकार
राष्ट्रीय राजमार्ग के विरोध में संघर्ष समिति ने किया प्रदर्शन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : सनेह क्षेत्र में बनने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के विरोध में मंगलवार को एनएचएआई विरोध संघर्ष समिति ने तहसील में प्रदर्शन किया। समिति ने सरकार से भवनों को उजाड़ने से पहले परिवारों के पुनर्वास की मांग उठाई। कहा कि क्षेत्र में अधिकांश परवारों को सरकार की ओर से पट्टे आवंटित किए गए हैं। ऐसे में इन प्रभावितों के लिए भी मुआवजे की योजना बननी चाहिए।
समिति के सदस्यों ने तहसील परिसर में पहुंचकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से सनेह क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग बनवाया जा रहा है। 12 फरवरी को भारत के राजपत्र में एनएच-119 कोटद्वार बाईपास रोड के लिए भूमि अर्जन की घोषणा की गई। साथ ही 15 दिन के भीतर सभी प्रभावितों को मुआवजा देने की बात कही गई है। कहा कि सरकार को उन परिवारों के लिए भी उचित मुआवजे की व्यवस्था करनी चाहिए, जिन्हें वर्षों पूर्व पट्टे आवंटित किए गए थे। यह अधिकांश परिवार गरीब, श्रमिक, किसान व अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग के हैं। ऐसे में यदि इन परिवारों को उचित मुआवजा नहीं मिलता तो इसके समक्ष जीवन यापन करना भी मुश्किल हो जाएगा। कहा कि कई ऐसे परिवार भी है जिन्होंने वर्षो पूर्व स्टांप पर भूमि खरीदी थी। लेकिन, किन्हीं कारणों से वे अपनी भूमि की रजिस्ट्री नहीं करवा पाए। कहा कि ऐसे परिवारों को भी मुआवजा दिया जाना चाहिए। कहा कि सरकार किस तरह मुआवजे का मूल्यांकन करेगी यह भी सार्वजनिक किया जाना चाहिए। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष आशीष रावत, सुनीता असवाल, अनिल रावत, हरीश नेगी, धीरज सिंह नेगी, सुशील बलूनी आदि मौजूद रहे।