पालाकुराली के पशु सेवा केन्द्र की सुध ले सरकार
रुद्रप्रयाग। पशु सेवा केन्द्र भूधार पालाकुराली का तीस लाख रुपए की लागत से निर्मित भवन महज उद्घाटन तक ही सिमट कर रह गया है। देख रेख व रख रखाव के अभाव में भवन के चारों ओर कंटीली झाड़ियां व बिच्टू घास अटा पड़ा है। 17 मार्च 2018 को तत्कालीन जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्यक्षता में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा ने इस पशु सेवा केन्द्र का उद्घाटन किया था,जिसमें मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। परन्तु उद्घाटन समारोह के बाद किसी ने भी इसकी सूध लेने तक की कोशिश नहीं की है। परिणाम स्वरूप आज स्थिति इस कदर बनी हुई है कि भवन के चारों ओर तरफ कंटीली झाड़ियों के साथ साथ बिच्टू घास उगी हुई है और भवन के शेष अहाते में ग्रामवासियों के पशु लावारिश चरान कर सींगों से रैलिंग तोड़ते हुए जगह जगह गोबर कर गंद्गी पैदा हो रही है। सामाजिक कार्यकर्ता डा़गुलाब सिंह राणा का कहना है कि उन्होंने जब इस खाली पड़ी भूमि को ग्राम पंचायत के सुपुर्द वापस करने की मांग की गयी तो विभाग ने यहां भेड़ एवं ऊन प्रसारण केन्द्र बंद करने के पश्चात पशु सेवा केन्द्र के नाम पर 30 लाख का भवन तो बना दिया है, किन्तु इसके देख रेख व रख रखाव की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से भवन की देखरेख व रख रखाव करने की मांग की है। उधर, पशु चिकत्सिाधिकारी जखोली डा़उत्तम कुमार भेंतवाल का कहना है कि पशु सेवा केन्द्र पालाकुराली में नियुक्त कर्मचारी की पदोन्नति होने के कारण अन्य केन्द्र के कर्मचारी को अतिरिक्त भार दिया गया है, उनकी ड्यूटी वर्तमान में केदारनाथ में है।