उत्तराखंड में गुरिल्लों को गुवाहाटी-मणिपुर की तर्ज पर मिले नौकरी-पेंशन
चम्पावत। लोहाघाट में एसएसबी से प्रशिक्षण प्राप्त गुरिल्ला संगठन की प्रदेश स्तरीय बैठक हुई। यहां गुरिल्लों ने गुवाहाटी और मणिपुर की तर्ज पर उत्तराखंड सरकार से पेंशन और नौकरी समेत ग्रेच्युटी की मांग की है। साथ ही उन्होंने हाईकोर्ट के निर्देश के क्रम में सरकार से गुरिल्लों को समायोजित करने की मांग उठाई। इस दौरान उन्होंने एसडीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजा। बुधवार को लोहाघाट तहसील में हुई बैठक की अध्यक्षता संगठन के जिलाध्यक्ष ललित बगौली और संचालन केएन पंत ने किया। बैठक में केंद्रीय अध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोटी ने कहा कि कई सालों से प्रदेश भर के गुरिल्ले सरकार से उनकी विभागों में समायोजन की मांग कर रहे हैं। लेकिन सभी सरकारों ने उन्हें नजरअंदाज किया है। कहा कि उन्होंने देश सेवा का जज्बा लिए प्रशिक्षण लिया था। केंद्रीय अध्यक्ष डालाकोटी ने कहा कि नैनीताल हाईकोर्ट तथा राजस्थान हाईकोर्ट ने पूरे देश के गुरिल्लों को मणिपुर की तर्ज पर गुरिल्लों को समायोजित करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए तीन माह का समय दिया था। लेकिन डेढ़ महीना बीतने के बाद भी राज्य सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि अगर जल्द इस पर सरकार ने निर्णय नहीं लिया तो वह देहरादून और दिल्ली में आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। साथ ही गुरिल्लों ने पेंशन और ग्रच्युटी की भी बैठक में मांग रखी। बैठक में प्रदेश संगठन के पदाधिकारी और जिले के करीब साढ़े तीन सौ से अधिक गुरिल्ले मौजूद रहे।
गुरिल्लों ने तीन सूत्रीय मांगें सरकार के समक्ष रखी
लोहाघाट। गुरिल्ला संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष ब्रह्मानन्द डालाकोटी और जिलाध्यक्ष ललित बगौली ने एसडीएम रिंकू बिष्ट के माध्यम से भेजे गए ज्ञापन में सरकार से कहा कि जिस किसी प्रशिक्षित गुरिल्ले की उम्र है। उसे हाईकोर्ट के निर्देशानुसार नौकरी देने की मांग की। साथ ही उम्र पार करने वाले गुरिल्लों को पेंशन की मांग की। प्रशिक्षित गुरिल्लों की मौत के बाद उनके आश्रितों को सुविधा देने की भी मांग उठी। बैठक में गुरिल्ला संगठन के नैनीताल अध्यक्ष पीतांबर मेलकानी, अल्मोड़ा के जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला के अलावा विजय जोशी, राजेन्द्र सिंह, कुंदन सिंह, बलवंत सिंह, शकुंतला देवी, भगवत पांडे, हीराबल्भ जोशी, रूद्रसिंह भंडारी, बसंत सिंह, अंजू गहतोड़ी, ष्ण राम, जोध सिंह पाटनी, पाल सिंह, भगीरथ भट्ट, पुष्कर सिंह पुजारी, ललित गहतोड़ी, जोगा सिंह आदि रहे।