गुलदार के हमले से दुधारु गाय की मौत
चम्पावत। देवीधुरा के जमनटाक गांव में इन दिनों गुलदार का आतंक बना हुआ हुआ। शनिवार को गांव के पास में चारा चुगने गई रमेश चंद्र की दुधारु गाय पर हमला कर दिया। इससे गाय की मौत हो गई। वन विभाग ने ग्रामीणों से जंगल में न जाने की सलाह दी है। गांव के समीप खेतों में घास चरने गई थी। गुलदार ने गाय पर हमला कर दिया। गाय के गर्दन में गहरे घाव होने से देर शाम मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया इससे पूर्व अमोली गांव में आधा दर्जन पालतू जानवरों को निवाला बना दिया है। ग्रामीण प्रकाश चंद्र, हरीश चंद्र, नवीन चंद्र ने वन विभाग से शीघ्र गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। नेपाल सीमा से लगे डुंगरा बोरा ने 22 दिन बाद भी पिंजड़े के आसपास नहीं फटका गुलदार जिसके चलते क्षेत्र के लोगों ने भय का माहौल बना हुआ है। बताते चले बीते सात नवंबर को घर से सौ मीटर दूर घास काटने गई युवती पर घात लगाकर बैठे गुलदार ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। क्षेत्र के लोगों ने शीघ्र वन विभाग से पिंजड़ा लगाने की मांग के बाद वन विभाग ने पिंजड़ा लगाया, लेकिन 22 दिन बाद गुलदार पिंजड़े के आसपास भी नहीं फटक रहा है। वन रेंजर दीप जोशी ने बताया कि गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाया हैं और लगातार गश्त की जा रही है। लोग से सावधानी रखने और किसी प्रकार का संदेह होने पर इसकी सूचना तत्काल वन कर्मियों देने बात कही है। कोट अमोड़ी में गुलदार ने चार जानवरों पर किया हमला चम्पावत º जनपद के कोट अमोड़ी क्षेत्र में गुलदार के आतंक से लोग परेशान है। बीती शनिवार को गुलदार ने जंगल में घास चरने गए जानवरों को घायल कर दिया। इससे ग्रामीणों में दहशत मची हुई है। लोग दिन में ही घास लकड़ी लेने के लिए जंगल नहीं जा पा रहे हैं। एसडीओ एमएम भट्ट ने बताया कि गुलदार की गतिविधि पर नजर रखने का प्रयास किया जा रहा है। आवश्यकता पड़ने पर पिंजड़ा लगाया जाएगा।