घर के आंगन में खेल रहे मासूम को गुलदार ने बनाया निवाला
जनपद पौड़ी की चाकीसैंण तहसील के अंतर्गत ग्राम बड़ेथ का मामला
ग्रामीणों ने उठाई गुलदार को आदमखोर घोषित करने की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: जनपद पौड़ी की चाकीसैंण तहसील के अंतर्गत ग्राम बड़ेथ में घर के आंगन में खेल रहे एक पांच साल के बच्चें को गुलदार ने अपना निवाला बना दिया। घटना गुरुवार देर शाम की है। गुलदार ने मासूम को उस समय अपना निवाला बनाया जब वह घर के आंगन में खेल रहा था। ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को आदमखोर घोषित करने के साथ ही गांव में पिंजरा लगवाने की मांग की है।
गुरुवार शाम पांच वर्षीय आर्यन रावत पुत्र लाल सिंह अपने घर के आंगन में खेल रहा था। इसी दौरान वह आंगन से अचानक गायब हो गया। खोजबीन करने के बाद भी जब आर्यन का पता नहीं चला तो आशंका जताई गई कि उसे कोई जंगली जानवर उठाकर ले गया। सूचना के बाद गांव पहुंची वन विभाग की टीम व ग्रामीण पूरी रात आर्यन की तलाश करते रहे। लेकिन, उसका कोई सुराग हाथ नही लगा। शुक्रवार सुबह दोबारा खोजबीच करने पर मासूम का शव घर से करीब करीब आधा किलोमीटर की दूरी झाड़ियों से बरामद हुआ। घटना के बाद से क्षेत्र में गुलदार की दहशत बनी हुई है। स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर यहां पिंजरा लगाने की मांग की है। पैठाणी रेंज के वन क्षेत्राधिकारी अनिल रावत ने बताया कि रात भर परिजनों और ग्रामीणों के साथ टीम ने खोजबीन की। लेकिन बच्चे का कोई पता नहीं चला। सुबह फिर ग्रामीणों के साथ राजस्व और वन विभाग की टीम ने खोजबीन शुरू की तो बच्चे का शव बरामद हुआ। शव को चाकीसैंण अस्पताल में पीएम के लिए भेजा गया है। रेंजर ने बताया कि क्षेत्र में पिंजरा लगाते हुए यहां टीम तैनात की गई है। गुलदार पर नजर रखने के लिए ट्रैपिंग कैमरे भी लगाएं गए हैं। प्रभावित परिवार को नियामानुसार मुआवाजा दिया जाएगा।
गांव में पसरा मातम
गांव में घटना के बाद मातम पसरा हुआ है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल बना हुआ है। वहीं, गांव में हुई इस घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। गुलदार के आतंक से ग्रामीणों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया।
एकलौता भाई था आर्यन
मासूम आर्यन अपनी तीन बहनों का एकलौता भाई था। वह परिवार के सदस्यों के आंख का तारा था। लेकिन परिवार के इस तारे को गुलदार ने अपना निवाला बना दिया। मासूम की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में घूम रहे गुलदार की शिकायत वह कई बार वन विभाग से कर चुके थे। लेकिन, वन विभाग ने उनकी समस्या को गंभीरता से नहीं लिया।