हंगामे की भेंट चढ़ी नगर निगम की बोर्ड बैठक, पार्षदों ने लगाए महापौर पर गंभीर आरोप
-एजेंडे में शामिल 200 प्रस्तावों में से महज 3 प्रस्ताव ही पास
रुड़की। एक साल बाद हुई नगर निगम की बोर्ड बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई। पार्षदों ने महापौर पर गंभीर आरोप लगाते हुए बैठक में हंगामा किया। पार्षद बैठक बीच में ही छोड़कर बाहर आ गए। हालांकि बाद में नगर आयुक्त के समझाने पर बैठक फिर से शुरू हुई। एजेंडे में शामिल 200 प्रस्तावों में से महज तीन प्रस्ताव ही पास हुए। शहर के एक बरातघर में शुक्रवार को नगर निगम रुड़की की बोर्ड बैठक हुई। बैठने की व्यवस्था को लेकर बोर्ड बैठक में पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। बैठक शुरू होते ही पार्षद राकेश गर्ग ने बैठने की व्यवस्था न होने पर नाराजगी जताई। अन्य पार्षदों ने भी उनका समर्थन किया। बैठक कक्ष में हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद पार्षद राकेश गर्ग ने नगर निगम की ओर से प्रकाशित पुस्तक पर कड़ा एतराज जताया। उन्होंने कहा कि पुस्तक के प्रकाशन में किसी पार्षद की सहमति नहीं ली गई। निगम ने लाखों रुपये इस पुस्तक को छापने में बर्बाद कर दिए हैं। पार्षद चंद्रप्रकाश बाटा, नितिन त्यागी, पंकज सतीजा और विवेक चौधरी ने भी कड़ा विरोध जताया। पार्षदों ने महापौर पर हठधर्मिता और पार्षदों के उत्पीड़न का आरोप लगाया। पार्षद बोर्ड बैठक छोड़कर बाहर आ गए। हालांकि महापौर गौरव गोयल, नगर आयुक्त नूपुर वर्मा और सहायक नगर आयुक्त चंद्रकांत भट्ट ने पार्षदों को रोकने का प्रयास किया। निर्वाचित आठ पार्षद और नामित सात पार्षद बोर्ड बैठक में ही बैठे रहे। वहीं, विरोध कर रहे पार्षदों ने निगम परिसर में करीब आधे घंटे तक महापौर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पार्षद विवेक चौधरी, बेबी खन्ना और नितिन त्यागी ने कहा कि उनका विरोध महापौर की गलत कार्य प्रणाली को लेकर है। पार्षदों ने नगर आयुक्त के नाम एक ज्ञापन भी दिया। इसमें तीन प्रस्तावों पर उन्होंने सहमति जताई। नगर आयुक्त नूपुर वर्मा के समझाने पर पार्षद फिर से बोर्ड बैठक में शामिल हुए। बैठक के दौरान केवल तीन प्रस्तावों पर ही मुहर लगी। महापौर ने अगली बोर्ड बैठक जल्द बुलाए जाने की बात कही।
कार्यालय बजट के प्रस्ताव पास कराने को अधिकारी करते रहे प्रयास
बोर्ड बैठक के दौरान पार्षदों के तेवर तीखे रहे। पार्षद केवल तीन प्रस्ताव पर ही सहमत हुए। स्थिति यह रही कि कार्यालय बजट का प्रस्ताव तक पारित नहीं हो सकी।
बोर्ड बैठक में पास प्रस्ताव
बोर्ड बैठक के दौरान पार्षदों ने 200 में से मात्र तीन प्रस्ताव पर ही सहमति दी। बोर्ड बैठक में सभी वार्डो में 1210 विकास कार्य कराए जाने, संसद और विधानसभा सत्र की तरह से ही निगम बोर्ड का भी सत्र बुलाए जाने और नगर निगम के सामने वाले घाट का नाम संत रविदास रखे जाने, गौशाला वाले तिराहे का नाम गौशाला चौक रखे जाने और वहां पर गाय और बछड़े की प्रतिमा लगाने के प्रस्ताव पर सहमति बनी।
बोर्ड में बैठक में नहीं आया कोई विधायक
नगर निगम की बोर्ड बैठक में विधायक प्रदीप बत्रा, विधायक देशराज कर्णवाल, विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और विधायक फुरकान अहमद को भी बुलाया गया था, लेकिन इनमें से कोई भी मौजूद नहीं रहा।
15 फीसद की बढ़ोत्तरी पर भी झेलनी पड़ी नाराजगी
गृहकर में हुई 15 फीसद की बढ़ोत्तरी पर महापौर को पार्षदों की नाराजगी झेलनी पड़ी। पार्षद नितिन त्यागी ने कहा कि पिछले साल बोर्ड बैठक में प्रस्ताव हुआ था कि यह वृद्धि वापस होगी। लेकिन, इसके लिए कोई प्रयास नहीं किया गया।