हनुमान ने किया लंका दहन
जयन्त प्रतिनिधि।
सतपुली: श्री रामलीला कमेटी सतपुली द्वारा आयोजित रामलीला मंचन के नौवें दिन लंका दहन लीला का मंचन किया गया। रामलीला को देखने के लिए भारी संख्या में भक्त पहुंच रहे है।
रामलीला मंचन के नौवें दिन राम वानर सेना के साथ मिलकर सीता की खोज शुरू करते हैं। इसके लिए वे अलग-अलग दिशाओं में अपने दूतों को भेजते हैं। सीता को खोजते-खोजते समुद्र पार कर पवन पुत्र हनुमान लंका पहुंचते हैं। वहां वह सीता को खोजते हुए अशोक वाटिका में पहुंचते हैं। जहां वे सीता से भेंटकर उन्हें भगवान राम की दी हुई अंगूठी सौंपते हैं। इसके बाद वे सीता से आज्ञा लेकर अशोक वाटिका में फलों को खाने लगते हैं और वाटिका को तहस-नहस कर देते हैं। इसकी सूचना पर रावण का पुत्र हनुमान को पकड़ने जाता है। जहां वह युद्ध में मारा जाता है। इसके बाद रावण के हुक्म से मेघनाथ हनुमान को बंदी बनाकर रावण दरबार में पेश करता है। जहां हनुमान की पूंछ में आग लगाकर उन्हें छोड़ दिया जाता है। इसके बाद हनुमान लंका घूम-घूमकर दहन करते हैं। इस मौके पर श्री रामलीला कमेटी के मनीष रौतेला, सत्यनारायण वेदी, जयदीप नेगी, बालेश्वर चौधरी, सुनील डंडरियाल, प्रेम सिंह रावत आदि मौजूद थे।