जीएसटी के नाम पर हो रहा व्यापारियों का उत्पीड़न
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
जयन्त प्रतिनिधि।
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल ने जीएसटी के नाम पर व्यापारियों के उत्पीड़न का आरोप लगाया है। कहा कि टैक्स संग्रह बढ़ाने के लिए व्यापारियों को परेशान करना ठीक नहीं है। जबकि, कोरोना को लेकर लगाए गए लॉकडान के बाद से व्यापारी आर्थिक नुकसान झेल रहे हैं। व्यापारियों ने टैक्स के नाम पर उनका उत्पीड़न बंद करने की मांग की है।
गुरुवार को प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल की ने जीएसटी सर्वे बंद कराए जाने को लेकर उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। व्यापारियों ने कहा गया कि कोरोना संक्रमण काल से अभी तक व्यापारी पूरी तरह से उबर नहीं पाया है। ऐसे में व्यापारियों पर तरह-तरह के टैक्स थोपने की तैयारी कर दी गई है। कहा कि व्यापारी पहले से ही विभिन्न प्रकार के टैक्स को ईमानदारी से जमा कर रहा है। लेकिन, अब टैक्स संग्रह बढ़ाने के नाम पर व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है। कहा कि व्यापारी समाज सरकार का हर कदम में साथ देता आया है। ऐसे में व्यापारियों का उत्पीड़न करना ठीक नहीं है। मांग की गई कि जीएसटी उन फर्मों को ही नोटिस जारी करे, जो टैक्स में हेराफेरी कर रहे हैं। विभाग बाजार में आकर व्यापारियों को प्रताड़ित न करें। उन्होंने मुख्यमंत्री से जीएसटी सर्वे को बंद करने की मांग की। इस मौके पर प्रदेश संगठन मंत्री अजय गुप्ता, सेवकराम मनूजा, जिलाध्यक्ष विवेक अग्रवाल, महामंत्री लाजपत राय भाटिया, हिमांशु पंत, दिनेश अग्रवाल, हरीश नारंग मौजूद थे।