हेलीपैड मरम्मत और व्यवस्था जुटाने केदारघाटी पहुंचने लगीं हेली कंपनियां
रुद्रप्रयाग। दो सालों से कोविड के चलते आर्थिक नुकसान का सामाना कर रही हेली सेवाओं को इस बार यात्रा से काफी उम्मीदें लगाई है। हालांकि हेली सेवाएं पूर्व में भी हर सीजन में यात्रा से अच्छा खासा कारोबार करते आ रहे हैं किंतु इस बार हेली कंपनियों पर भी अधिक दबाव रहेगा। केदारघाटी में हेलीपैड मरम्मत के साथ ही यहां बुनियादी सुविधाएं जुटाने के लिए हेली कंपनियों का स्टाफ पहुंचने लगा है। हेली सेवाओं के विधिवत संचालन से पूर्व उन्हें हेलीपैड मरम्मत, हेलीपैड में यात्रियों के लिए शौचालय, र्केटीन और विश्राम कक्ष सहित अनेक बुनियादी सुविधाएं जुटानी पड़ती है साथ ही रंग रौगन और अन्य व्यवस्थाएं तैयार करनी होती हैं। इसलिए केदारनाथ के लिए हेली सेवाए देने वाली कंपनियों का स्टाफ केदारघाटी पहुंचने लगा है। पवनहंस का स्टाफ 25 अप्रैल को केदारघाटी पहुंचेगा जबकि कुछ हेली सेवाएं अपने हेलीपैड का निरीक्षण कर लौट चुके हैं। बताया जा रहा है कि 25 के बाद सभी 9 हेलीकप्टर कंपनियां केदारघाटी में अपने-अपने हेलीपैड़ों पर व्यवस्थाएं जुटाने के लिए पहुंच जाएंगी ताकि समय पर तैयारी की जा सके। वहीं 6 मई से केदारनाथ के लिए हेली सेवा शुरू होने की उम्मीद है। इससे पहले दिल्ली से डीजीसीए का निरीक्षण किया जाएगा जिसमें हेली कपंनियों की अनेक व्यवस्थाओं के साथ ही हेलीकप्टर की स्थिति का जायजा लिया जाएगा। डीजीसीए की अनुमति मिलने के बाद हेली सेवाएं विधिवित केदारनाथ के लिए उड़ान भरेंगे। हेली नोडल अधिकारी सुशील नौटियाल ने बताया कि कुछ हेली कंपनियों का स्टाफ हेलीपैड निरीक्षण और अन्य व्यवस्थाएं देखने आ चुका है जबकि कुछ एक दो दिन में केदारघाटी पहुंच जाएंगे।