कुंभ में कोविड जांच फर्जीवाड़ारू मैक्स करपोरेट के बाद अब लाल चंदानी लैब भी पहुंची हाईकोर्ट
नैनीताल। महाकुंभ कोविड जांच फर्जीवाड़ा मामले में अब आरोपी लाल चंदानी लैब ने भी हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। इसमें लैब की ओर से मुकदमा निरस्त कर गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की गई है।
मामले के अनुसार लाल चंदानी लैब निदेशक मंडल की ओर से हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि उनकी लैब आईसीएमआर से मान्यता प्राप्त है। मैक्स की ओर से लैब को जो काम दिया गया उसे उन्होंने जिम्मेदारी से पूरा किया है।
लैब में करीब 12 हजार जांचें की गईं, जिनमें किसी भी प्रकार का कोई फर्जीवाड़ा नहीं हुआ है। लैब के अनुसार उसका अनुबंध सरकार से नहीं है बल्कि मैक्स करपोरेट से है। महाकुंभ के दौरान उनकी ओर से जो भी आरटीपीसीआर जांचें की गईं उसका पूरा रिकर्ड सुरक्षित है।
कोविड जांच फर्जीवाड़े में सीएमओ हरिद्वार की ओर से मैक्स, लाल चंदानी लैब और नलवा लेबोरेटरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने प्रकरण में मैक्स करपोरेट सर्विसेज नई दिल्ली और नलवा लेबोरेटरी प्राइवेट लिमिटेड हरियाणा के साथ ही ड़ लाल चंदानी लैब नई दिल्ली के खिलाफ आपदा प्रबंधन एक्ट के साथ 420, 467, 468, 128 धाराओं में केस दर्ज किया है। मामले में जांच के लिए एसआइटी भी बना दी गई है। जांच के लिए सीडीओ के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम भी गठित की गई है। मामले में सीएमओ डा़ शंभू झा और मेलाधिकारी डा़ अर्जुन सिंह सेंगर के बयान भी दर्ज हो चुके हैं, जबकि टेंस्टिंग कंपनी के अधिकारियों को हरिद्वार तलब किया गया है।
हरिद्वार कुंभ में फर्जी आरटीपीसीआर जांच में मिलते जुलते नाम को लेकर मैक्स अस्पताल ने स्थिति स्पष्ट की है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में उत्तराखंड सरकार द्वारा हरिद्वार में कुंभ मेले के समय फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट के संबंध में की गई जांच में अधिकारियों ने मैक्स करपोरेट सर्विसेज के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। देहरादून स्थित मैक्स अस्पताल प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि नामित फर्म अथवा कंपनी का मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट लिमिटेड (मैक्स हेल्थकेयर) अथवा मैक्स लैब्स से कोई संबंध नहीं है।