हिंसा पर भारी पड़ा मतदाताओं का उत्साह, पश्चिम बंगाल और असम में जमकर हुई वोटिंग
नई दिल्ली, एजेंसी। बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में भी वही नजारा देखने को मिला, जिसके लिए यह कुख्यात व विख्यात दोनों है। हिंसा के बीच भारी मतदान। सूबे की 30 विधानसभा सीटों पर गुरुवार शाम पांच बजे तक 80़79 फीसद मतदान हुआ। उधर, असम में साढ़े पांच बजे तक 73़03 फीसद मतदाताओं ने मताधिकार का उपयोग किया। यहां दूसरे चरण में 39 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले गए। सूबे के 13 जिलों में हुई वोटिंग में 345 प्रत्याशियों के भाग्य का मतदाताओं ने फैसला कर दिया है। गौरतलब है कि बंगाल व असम में तीसरे चरण का मतदान छह अप्रैल को होगा। छह अप्रैल को ही पुडुचेरी, केरल व तमिलनाडु में वोट डाले जाएंगे।
राजनीतिक हत्या, प्रत्याशियों पर हमले, सियासी दलों में संघर्ष, बूथों में गड़बड़ी, मतदाताओं व पोलिंग एजेंटों को डराने-धमकाने व मारने-पीटने, लोगों को प्रभावित करने के लिए रुपये बांटने जैसी घटनाओं के बीच गुरुवार को बंगाल के चार जिलों पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर, बांकुड़ा व दक्षिण 24 परगना की 30 सीटों पर शाम पांच बजे तक कुल 80़43 फीसद मतदान हुआ। बांकुड़ा में 82़78 फीसद, पश्चिम मेदिनीपुर में 78़05 फीसद, पूर्व मेदिनीपुर में 81़23 फीसद और दक्षिण 24 परगना में 79़66 फीसद वोट पड़े। दूसरे चरण की सबसे हाट सीट नंदीग्राम में शाम पांच बजे तक 80़79 फीसद मतदान हुआ। 2016 के चुनाव में यहां कुल 87़48 फीसद वोट पड़े थे। गौरतलब है कि यहां से भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी का मुकाबला मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी से है।
2011 व 2016 के विधानसभा चुनावों में उक्त चार जिलों की इन 30 सीटों पर क्रमशरू 89़14 फीसद व 89़14 फीसद मतदान हुआ था। 2016 के विधानसभा चुनाव में बांकुड़ा, पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना जिलों की इन 30 सीटों पर क्रमशरू 88़47 फीसद, 87़87 फीसद, 85़72 फीसद और 83़37 फीसद वोट पड़े थे।