गृह मंत्रालय ने उठाया बड़ा कदम, मणिपुर के वायरल वीडियो की जांच करेगी सीबीआई
नई दिल्ली, एजेंसी। मणिपुर हिंसा के बीच हाल ही में वायरल हुए दो महिलाओं की निर्वस्त्र परेड के वीडियो के मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाते हुए वीडियो की जांच सीबीआई को सौंप दी है। साथ ही केंद्र सरकार भी सुप्रीम कोर्ट में इस संबंध में हलफनामा दाखिल करेगी। इसमें वह वायरल वीडियो मामले की सुनवाई मणिपुर से बाहर कराने का अनुरोध करेगा। इस बीच, सरकारी सूत्रों के हवाले से यह भी सामने आया है कि जिस मोबाइल से वह वायरल वीडियो शूट किया गया था, उसे भी बरामद कर लिया गया है। साथ ही वीडियो शूट करने वाले व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। सरकारी सूत्रों ने यह भी बताया है कि केंद्र सरकार ने केंद्र ने कुकी और मैतेई समुदायों के सदस्यों के साथ बातचीत की है। प्रत्येक समुदाय के साथ छह दौर की बातचीत हुई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि जिस फोन से दरिंदगी का वीडियो लीक किया गया था, उसकी जांच से सिलसिलेवार घटनाओं का पता लगाया जा सकेगा। पूर्वोत्तर राज्य में हिंसा रोकने और शांति व्यवस्था बनाने के लिए सेना व सीआरपीएफ के 35 हजार जवान तैनात किए गए हैं। सूत्रों ने कहा कि मणिपुर में सेना, सीआरपीएफ और सीएपीएफ के 35000 अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, सुरक्षा कर्मियों ने मैतेई बहुल घाटी इलाकों और कुकी बहुल पहाड़ी इलाकों के बीच एक बफर जोन बनाया है। शीर्ष सरकारी सूत्र ने बताया कि मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है, लेकिन सामान्य नहीं है। दवा और दैनिक आपूर्ति की कोई कमी नहीं है। खाद्य और आवश्यक आपूर्ति की कीमतें नियंत्रण में हैं। बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी काम पर लौट रहे हैं और स्कूल भी फिर से शुरू हो रहे हैं।