हॉट स्प्रिंग, गोगरा और डेपसांग में भी चीन को हटना होगा पीटे, कमांडर स्तर की बैठक
नई दिल्ली। भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच 16 घंटे चली बैठक में सैन्य गतिरोध खत्म करने को लेकर गहन बातचीत हुई। इस दौरान भारत ने साफ कर दिया कि सैन्य तनातनी खत्म कर एलएसी पर सामान्य स्थिति की बहाली के लिए हट स्प्रिंग, गोगरा और डेपसांग के इलाकों से चीनी सैनिकों को पीटे हटाना अनिवार्य है। कोर कमांडर स्तर की 10वें दौर की इस मैराथन बैठक का ब्योरा अभी नहीं आया है। मगर संकेत हैं कि एलएसी पर टकराव खत्म करने के अगले कदमों को लेकर दोनों पक्ष आगे बढ़ने पर कमोबेश सहमत हैं।
कोर कमांडर स्तर की वार्ता के नतीजों की जानकारी दोनों देशों के शीर्ष सैन्य व राजनीतिक नेतृत्व की ओर से इसकी समीक्षा किए जाने के बाद ही सार्वजनिक होगी। हालांकि सूत्रों ने बताया कि शनिवार सुबह 10 बजे शुरू हुई यह बैठक रात दो बजे तक चली और वार्ता रचनात्मक दिशा में आगे बढ़ी है। इसीलिए दोनों पक्षों को उम्मीद है कि वार्ता का सार्थक परिणाम आएगा।
एलएसी पर पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से अपने-अपने सैनिकों को पीटे हटाने के समझौते पर अमल करने के बाद भारत और चीन टकराव के अन्य बिंदुओं पर गतिरोध खत्म करना चाहते हैं। समझौते के अनुरूप पैंगोंग इलाके से सैनिकों की वापसी के 48 घंटे के भीतर कमांडर वार्ता की टेबल पर आना इसका पुख्ता संकेत है।
बताया जाता है कि कमांडर वार्ता के दौरान भारत का नेतृत्व कर रहे सेना की 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ने चीन को स्पष्ट कर दिया कि एलएसी पर सामान्य स्थिति की बहाली और शांति के लिए डेपसांग, हट स्प्रिंग और गोगरा इलाकों में हुए सैन्य अतिक्रमण को खत्म करना जरूरी है और चीनी सैनिकों को इन इलाकों से पीटे हटना होगा।
लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ने यह भी कहा कि डेपसांग इलाके में भी भारतीय सैनिकों की पेट्रोलिंग में बाधा डालने की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की हरकतें बंद करनी होगी। समझा जाता है कि कमांडर वार्ता के नतीजों पर अपने शीर्ष स्तर के कूटनीतिक व सैन्य नेतृत्व के दिशा-निर्देशों के अनुरूप दोनों पक्ष एलएसी पर सैनिकों को पीटे हटाने के अगले चरणों की घोषणा करेंगे। एलएसी पर गतिरोध खत्म करने के लिए अगले चरण में हट स्प्रिंग और गोगरा इलाकों से सैनिकों को पीटे हटाने का एलान संभव है।