मैं तो नहीं जाऊंगा नेपाल..
संदेश कला सांस्कृतिक सामाजिक संस्था की ओर से आयोजित किया गया कार्यक्रम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : संदेश कला सांस्कृतिक सामाजिक संस्था की ओर से आयोजित अनमोल शाम में कलाकारों की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान लोक गायक संजय रावत के गीत मैं तो नहीं जाऊंगा नेपाल व बाबा महाबगढ़ बले तेरप चौ दिसो को खूब सराहा गया।
मालवीय उद्यान में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व काबीना मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी व पूर्व महापौर हेमलता नेगी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। वक्ताओं ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों को स्थानीय कलाकारों को आगे बढ़ने का मौका मिलता है। कहा कि हमें अपनी संस्कृति व सभ्यता को बचाने के लिए आगे बढ़कर कार्य करना चाहिए। इसके बाद लोक गायक संजय रावत ने ‘बाबा महाबगढ़ बले तेरप चौ दिसौ हवै हम..’, ‘ब्वाडा ब्या ब्या ब्या..’, ‘मैं तो नहीं जाऊंगा नेपाल..’, ‘पौड़ी की बांद च..’, सहित अन्य गीतों की प्रस्तुति दी। लोक गायक अमित सागर ने ‘पछानू का छाजा…’, ‘चैत की चैत्वाली…’, दीपा चौहान ने ‘सुनो सजना…’, ‘सुपन्या सजै गया…’, ‘हय कखड़ी झिल मा…’, ‘बेडू पाको बारामासा…’, सहित अन्य मनमोहक गीतों की प्रस्तुति दी। इस मौके पर प्रवेंद्र रावत, महेंद्र पाल, सुभाष कुकरेती, प्रकाश दीप, गुड्डू चौहान, शिव नारायण सिंह रावत, दीपक पंवार, दीपक पाल, धमेंद्र चौहान, ऋषि ध्यानी आदि मौजूद रहे।