इमलीघाट उपखनिज गेट का शुभारंभ
रुद्रपुर। वन विकास निगम के शांतिपुरी इमलीघाट उपखनिज गेट को उपखनिज निकासी के लिए खोल दिया गया है। गुरुवार सुबह नौ बजे पं.ललित मोहन जोशी ने पूजा अनुष्ठान कराया। जिसके बाद डीएलएम वाईके श्रीवास्तव और वन विकास निगम के डायरेक्टर कुंदन सिंह चुफाल ने फीता काटकर गेट का शुभारंभ किया। गुरुवार को वन विकास निगम के डायरेक्टर चुफाल ने गेट पर उपखनिज निकासी के लिए पंजीकृत सभी वाहन स्वामियों को चालू वर्ष में खनन रोजगार आरंभ करने के लिए आमंत्रित कर उन्हें शुभकामनाएं दी। साथ ही गेट कर्मियों और वाहन स्वामियों से परस्पर बेहतर तालमेल बना कर कार्य करने की अपील की। डीएलएम श्रीवास्तव ने उपखनिज गेट को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए गेट इंचार्ज रामउजागर दूबे और अन्य कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इस दौरान शांतिपुरी नंबर दो व तीन के ग्रामीणों ने उनके सम्मुख उपखनिज निकासी मार्ग पर उपखनिज वाहनों से उड़ने वाली धूल से निजात दिलाने को इमलीघाट गेट से सार्वजनिक खेल मैदान शांतिपुरी तक पानी का छिड़काव कराने की मांग की। इस पर डीएलएम ने गेट पर सॉफ्टवेयर अपलोड होने के तुरंत बाद पानी का छिड़काव शुरू करने का भरोसा दिया। यहां सेक्सन अधिकारी मोहन चंद्र पांडे, इंचार्ज वन विकास निगम पान सिंह मेहता, भुपाल सिंह दानू, विक्रम ठठोला, दिवान सिंह धामी, वाहन यूनियन अध्यक्ष कुंदन सिंह कोरंगा, कविंदर सिंह कोरंगा, जीवन सिंह गुसांई, नंदन सिंह चोहान, पंकज बथ्याल रहे।
गेट खुलने से हजारों को मिलेगा रोजगार: इमलीघाट के उपखनिज निकासी के लिए खुलने के बाद एक बार फिर से यहां हजारों हाथों को रोजगार मिलने का रास्ता साफ हो गया है। गेट पर कुल 580 वाहन पंजीकृत हैं जबकि इसके अलावा हजारों की संख्या में खनन मजदूरों व वाहन चालक और कर्मचारी स्टाफ के लिए एक बार फिर से रोजगार मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
जिन वाहन स्वामियों ने बीते वर्ष के पूरे सीजन में अपने पंजीकरण पर एक भी निकासी नहीं की है उनके पंजीकरण निरस्त कर उनके स्थान पर वेटिंग सूची के वाहन स्वामियों को लाटरी सिस्टम के आधार पर पंजीकरण दिया जाएगा। -वाईके श्रीवास्तव, डीएलएम।