बागेश्वर में ईको टूरिज्मक की अपार संभावनाएं: पात्रो
बागेश्वर। मुख्य वन संरक्षक पीके पात्रो ने दो दिन रहकर बागेश्वर वन प्रभाग के अनेक कार्य का निरक्षण किया। उन्होंने कहा कि जिले में ईको टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। विभाग इस पर लगातार कार्य कर रहा है। कई स्थानों को चयनित किया गया है। उन्होंने जंगल की आग पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे को सबसे अधिक कारगर बताया। भविष्य में इनकी संख्या बढ़ाने पर जोर दिया। विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक भी की। यहां पहुंचने पर उन्होंने अमृत सरोवर कौसानी, बिलखेत, नक्षत्र वाटिका, नर्सरी छतीना, मडल क्रू स्टेशन ,प्लांटेशन कार्य देखा। स्टाफ मीटिंग आदि भी की। उन्होंने कहा कि नक्षत्र वाटिका जिले में पर्यटकों की आमद बढ़ाने में कारगर होगा। अमृत सरोवर से जहां जंगली जानवरों को जंगल में पानी मिलेगा वहीं उनका रिहायशी इलाकों में आना भी कम होगा। उन्होंने लगातार सुलग रहे वनों पर भी चिंता जताई। साथ ही सुझाव दिया कि वनों की आग पर निगरानी रखने तथा उसे पर काबू पाने में ड्रोन कैमरा सबसे अधिक कारगर होगा। मुख्य वन संरक्षक पात्रो ने बागेश्वर रेंज के अभिनव कार्य को कुमाऊं में बेहतर श्रेणी का माना। निरंतरता बनाए रखने को कहा। प्रभागीय वनाधिकारी बागेरी ने मडल क्रू सेंटर से मिले लाभ के बारे में बताया। इसके अलावा विभागीय योजनाओं की जानकारी विस्तार से दी। इस मौके पर रेंजर श्याम सिंह करायत, सुरेंद्र नेगी, वन दरोगा भूपाल राम, कैलाश पांडे, हयात सिंह बिष्ट, वन रक्षक गीता बिष्ट, मुन्नी कठायत, डिप्टी रेंजर हरीश सती आदि थे।