जयपुर में नड्डा ने बताई यूपीए की परिभाषा, ‘यू’ उत्पीड़न, ‘पी’ पक्षपात और ‘ए’ मतलब अत्याचार
जयपुर , एजेंसी। जेपी नड्डा ने जयपुर में गहलोत को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में खुली छूट है भ्रष्टाचार करने की। राजस्थान में गहलोत सरकार महिलाओं, दलित, पिछड़े सब पर अत्याचार कर रही है। कांग्रेस पार्टी बेटा और मां की पार्टी है। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने बटन दबाकर ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान की शुरुआत की।
नड्डा ने अपने संबोधन की शुरुआत वीरों की भूमि को नमन करके की। उन्होंने कहा कि मैं जयपुर में आया हूं तो मोती डूंगरी गणेश मंदिर हमारे गणेश जी को, गोविंद देव जी, गलता माता जी को भी नमन करता हूं। इसके साथ-साथ हमारे वीरों की भूमि शौर्य की भूमि, तपस्या की भूमि सामाजिक चेतना लाने वाली भूमि स्वाधीनता की लड़ाई लड़ने वाली ऐसी वीर भूमि को भी नमन करता हूं और आशीर्वाद लेकर अपनी बात पहुंचाता हूं।
उन्होंने कहा कि मित्रों राजस्थान में पांच साल के रिकॉर्ड क्या हैं? गहलोत सरकार ने कुशासन के झंडे जलाने का काम किया है। अगर भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड बनाया तो गहलोत सरकार ने बनाया और इसी बात को आगे बढ़ाएं तो सामने आता है चाहे दलितों पर अत्याचार या महिलाओं पर अत्याचार हो, आदिवासियों पर अत्याचार, बच्चों पर अत्याचार, सभी में राजस्थान में सारे रिकॉर्ड तोड़ने का काम किया है। इसलिए हमने तय किया है ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ पर कैंपेन चला कर दो करोड़ लोगों तक पहुंचाने का काम करेंगें। हर पंचायत में जाएंगे। हर ढाणी में जाएंगे। जनता को पार्टी का संदेश पहुंचाएंगे और भ्रष्टाचार मुक्त और विकास युक्त सरकार लाएंगे। इसी बात को लेकर हम आगे चलेंगे मित्रों। यह यूपीए है क्या ‘यू’ का मतलब उत्पीड़न करने वाली, ‘पी’ का मतलब है पक्षपात और ‘ए’ का मतलब है अत्याचार करने वाले सरकार।
उन्होंने कहा कि मित्रों मेरे से पूर्व वक्ताओं ने आपके सामने बहुत सी बातें रखीं। आखिर क्या कारण है कि भारतीय जनता पार्टी को यह तय करना पड़ा कि ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ इस बात को लेकर महारैली करनी पड़ी। इसका कारण है गहलोत की सरकार। ये गहलोत की सरकार नहीं है, ये घर को लूटने वाली सरकार है, जो आज राजस्थान में है। दिल्ली को पैसा भेजना, गरीबों के पैकेज का हिस्सा उड़ाना, सरेआम भ्रष्टाचार को प्रस्तावित करना, भ्रष्टाचार के नए रिकॉर्ड बनाना, यह गहलोत सरकार का काम करने का चाल चरित्र है। यह सरकार लूट लेने वाली सरकार है। यह सरकार अत्याचार करने वाली सरकार है। यह सरकार कुशासन लाने वाली सरकार है। ऐसी सरकार को बिल्कुल भी एक मिनट भी रहने का अधिकार नहीं है। आने वाले नवंबर में आप इसको बाहर का रास्ता दिखाएंगे इस बात का मुझे विश्वास है।
जब महिला उत्पीड़न की बात करते हैं तो आपके सामने थानागाजी का गैंगरेप आपके सामने होगा। परिवार के सामने पति के सामने गैंगरेप हुआ और कोई सुध लेने वाला नहीं है। अलवर की घटना में गैंगरेप हुआ। उसके साथ गलत बर्ताव हुआ, गैंगरेप हुआ और फिर मर्डर हुआ। खाजूवाला गैंगरेप हुआ और पुलिस वाले रक्षक ही भक्षक बन गए। उसके बाद एफआईआर दर्ज करने में भी कुरेदी की गई।
आप को ध्यान में होगा एक कांग्रेस का नेता विधानसभा में जो मंत्री है। वह विधानसभा में कहते हैं मुझे उनके वाक्य बोलने में शर्म आती है। अभी जो करौली में जो घटना घटी दो दिन पहले। यह घटना मानवता को झकझोर देने वाली घटना है। पहले अपहरण होता है, उसके बाद रेप होता है, फिर गोली से मार दिया जाता है, फिर उसे जलाया जाता है, फिर कुएं में डाल दिया जाता है। हर तरीके से केस को दबाने का काम किया गया। ये काम गहलोत सरकार करती है।
दौसा में अपहरण हुआ। पिता को कुचल डाला और माता को अटैक कर कर घायल कर दिया और अपहरण कर ले गए। बताइए उत्पीड़न है कि नहीं। इसके खिलाफ आवाज उठानी है कि नहीं। जो लोग ऐसे लोगों को संरक्षण देते हैं उन्हें जेल के पीछे डालना है कि नहीं। इनको सजा दिलानी है कि नहीं। उत्पीड़न करने वाली सरकार को जवाब देना होगा। आज प्रतिदिन लगभग 18 से 19 रेप केस 5 से 7 मर्डर केस हैं। 24000 से ज्यादा महिलाओं का दुष्कर्म हुआ है। दुर्गा स्थान भाईचारे के लिए जाना गया आज यहां पर महिला उत्पीड़न चरम शिखर पर है। ऐसे लोगों को राजस्थान की जनता को जवाब देने की जिम्मेदारी है। ऐसे नहीं सहेगा राजस्थान।
मैं पक्षपात की बात करूं तो जयपुर बम ब्लास्ट केस में हुआ था। वसुंधरा जी मुख्यमंत्री थीं। केस को फास्ट्रैक में डाला गया। कोर्ट ने आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई, जब वसुंधरा जी मुख्यमंत्री थीं, लेकिन उसके बाद कांग्रेस पार्टी की सरकार आई। लंबे-लंबे समय तक सुनवाई चलती रही। केस ढीला पड़ गया। तुष्टीकरण हुआ और वोट बैंक की खातिर सरकार पर और गहलोत पर आरोप लगाता हूं कि उन्होंने तुष्टीकरण किया और जयपुर बम ब्लास्ट के कातिलों को छोड़ने में मदद की गई। फांसी की सजा उनकी समाप्त हो गई। पक्षपात करने वाले मुख्यमंत्री को रहने देना है क्या आज राजस्थान?
अभी मुझे पता लगा कि एक पूर्व में राज्यमंत्री का दर्जा लेने वाला व्यक्ति रिश्वत लेते पकड़ा गया और उसके केस को भी दबाने का काम भी गहलोत सरकार कर रही है। 19500 किसानों की भूमि कुर्की की गई है। ये जो राहुल गांधी आकर बोलते थे 12345 और किसानों का कर्जा माफ किया। आज 19500 की भूमि को कुर्क किया तो गहलोत सरकार ने किया है। आप देखिए दलितों पर 8000 से ज्यादा मुकदमे 2022 में दर्ज हुए हैं। सिर्फ दलितों पर प्रदेश बन गया है। उसी तरीके से पाकिस्तान से आए हुए शरणार्थियों के साथ वोटबैंक की राजनीति को आगे बढ़ाने का काम केवल गहलोत सरकार कर रही है। ऐसे पक्षपातियों को सरकार को रहने का कोई हक नहीं है।