कोटद्वार में जल्द ही आवारा पशुओं से मिलेगी निजात, निगम खरीदेगा कैटल कैचर
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। आवारा पशुओं से परेशान कोटद्वार वासियों को जल्द ही इस गंभीर समस्या से निजात मिल जाएगी। काशीरामपुर तल्ला में गौशाला का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। वहीं निगम ने आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए कैटल कैचर मशीन खरीदने की तैयारी शुरू कर दी है। निगम की पहल से इस बड़ी समस्या से निजात मिलने की उम्मीद जगी है।
शहर में सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशु जनता के लिए नासूर बन गये है। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र चौराह और सार्वजनिक स्थलों में ये आवारा पशु घूमते रहते है। जिसके चलते बाजारों में खरीदारी करने आए ग्राहक व वाहन चालक काफी परेशान हैं। इसके अलावा शहर के दुकानदार भी आवारा पशुओं से काफी दु:खी हैं। गौरतलब है कि नगर निगम कोटद्वार क्षेत्र में तो आवारा पशुओं की संख्या इस कदर बढ़ी है कि जहां देखो गाय, बछड़े, सांड आदि पशु इधर-उधर मुंह मारते नजर आते हैं। एक ओर जहां ये आवारा पशु आवागमन में दिक्कत बने हैं वहीं हादसों को न्यौता भी दे रहे हैं। दुपहिया वाहन चालक एवं बाजारों में विशेषकर बच्चे इन पशुओं का शिकार हो रहे हैं। कई लोगों को तो यह पशु घायल कर चुके है। हालत यह है कि तहसील परिसर, नगर निगम कार्यालय, कोतवाली परिसर में इन पशुओं को घूमते हुए आसानी से देखा जा सकता है। सब्जी मंडी, गोखले मार्ग पर इन पशुओं की संख्या बढ़ रही है। बस अड्डे में भी आवारा पशुओं का जमावड़ा यात्रियों, कर्मचारियों के लिए भारी परेशानी का सबब बना हुआ है।
स्थानीय निवासी रवि नेगी ने कहा कि सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं से स्थानीय लोग और आने-जाने वाले वाहन चालकों की सबसे बड़ी परेशानी बनी हुई है। लगातार इनकी संख्या बढ़ रही है जिसको रोकने के लिए नगर निगम के अधिकारी भी सक्रिय नहीं हैं। शहर की कॉलोनी हो या फिर कोई इलाका वहां पशुओं के झुंड देखने को मिल ही जाएंगे। इस कारण न केवल लोगों को आने-जाने में दिक्कत होती है बल्कि सड़कों पर गंदगी फैलती है। इन पशुओं से दुर्घटना की भी समस्या बढ़ रही है। वहीं नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त संजय सिंह ने बताया कि काशीरामपुर तल्ला में आवारा पशुओं के लिए गौशाला का निर्माण किया जा रहा है। पशुओं को पकड़ने के लिए कैटल कैचर मशीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द ही मशीन खरीदने के लिए टेंडर निकाला जायेगा।