गोल्डन टेंपल में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की कोशिश, शख्स की पीट-पीट कर हत्या
नई दिल्ली, एजेंसी। अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में शनिवार को गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने की कोशिश की गई। लोगों की भीड़ ने बेअदबी की कोशिश करने वाले व्यक्ति की पीट पीट कर हत्या कर दी। श्री दरबार साहिब में शनिवार की शाम रहरास साहिब का पाठ हो रहा था। इस दौरान एक लगभग 22 वर्ष के युवक ने सच्चखंड के अंदर माथा टेकने वाले स्थान पर लगी रेलिंग को फांद कर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के नजदीक पहुंच गया था जिसे सेवकों ने तुरंत पकड़ लिया।
सेवक दोषी व्यक्ति को पकड़ कर पुलिस के हवाले करने के लिए ले जा रहे थे तभी लोगों की भीड़ ने उस पर हमला कर दरबार साहिब परिसर में ही उसकी हत्या कर दी। काफी देर तक व्यक्ति का शव दरबार साहिब परिसर में ही पड़ा था। इसके बाद शव को पुलिस को सौंप दिया गया है। इस घटनाक्रम का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
घटना को लेकर एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि भीड़ ने शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी है। फिलहाल शव को सिविल अस्पताल ले जाया गया हैं। पुलिस ने कहा कि शख्स के पास से कोई भी डक्यूमेंट या फिर पहचान पत्र नहीं मिला है।
वहां, मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि युवक ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब के सामने रखी तलवार को भी उठाने का प्रयास किया था। हालांकि, समय रहते सचखंड में मौजूद सेवादारों ने युवक को पकड़कर बाहर ले आया और गोल्डन टेंपल में तैनात एसजीपीसी की टास्क फोर्स के हवाले कर दिया।
देश में इस समय हर दिन कोरोना के नए केस 8 हजार से कम आ रहे हैं, लेकिन जल्द ही ये आंकड़े बढ़ सकते हैं। नेशनल कोविड-19 सुपरमडल कमिटी ने का आकलन है कि अगले साल की शुरुआत में ओमिक्रन की वजह से कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आ सकती है। फरवरी में यह पीक पर होगा। इस कमिटी के प्रमुख विद्यासागर ने कहा कि भारत में ओमिक्रन तीसरी लहर लाएगा, लेकिन यह दूसरी लहर से हल्की होगी।
उन्होंने कहा, अगले साल की शुरुआत में तीसरी लहर आ सकती है। देश में बड़े पैमाने पर मौजूद इम्युनिटी की वजह से दूसरी लहर के मुकाबले तीसरी लहर हल्की रहनी चाहिए। तीसरी लहर निश्चित तौर पर आएगी। इस समय हमारे देश में हर दिन करीब 7,500 केस आ रहे हैं, डेल्टा वेरिएंट का स्थान जब ओमिक्रन प्रभावी रूप से ले लेगा तो यह संख्या बढ़ेगी।
इंडियन इंस्टीट्यूट अफ टेक्नलजी हैदराबाद के प्रफेसर विद्यासागर ने कहा कि इस बात की संभावना कम है कि भारत में दूसरी लहर के मुकाबले अधिक दैनिक केस आएंगे। उन्होंने कहा, इस बात की बेहद कम संभावना है कि तीसरी लहर में दूसरी लहर से अधिक दैनिक केस आएंगे। याद रखिए कि भारत सरकार ने आम भारतीयों (फ्रंट लाइन वर्कर्स को छोड़कर) के टीकाकरण की शुरुआत 1 मई से की थी, जिस समय डेल्टा वेरिएंट आया ही था। इसलिए डेल्टा वेरिएंट ने उस आबादी पर हमला किया, जिसमें फ्रंटलाइन वर्कर्स को छोड़कर सभी वैक्सीन से वंचित थे।