भल्ड के ग्रामीणों का अनश्चितकालीन धरना शुरू
टिहरी। पुनर्वास और विस्थापन को लेकर भल्ड गांव के ग्रामीणों ने गांव के निकट ही झील के किनारे अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया है। ग्रामीणों की मांग है कि रौलाकोट की तर्ज पर ग्रामीणों का विस्थापन भूमि के बदले भूमि देकर किया जाय। पुनर्वास व विस्थापन की मांग को लेकर भल्ड गांव के ग्रामीणों ने शनिवार से गांव के निकट ही टिहरी झील के किनारे अनिश्चतकालीन धरना शुरू किया है। दो दिन पहले ग्रामीणों ने अपनी इन मांगों को लेकर टीएचडीसी में धरना शुरू किया था, लेकिन हाईकोर्ट के आदेशों के चलते वहां से धरना उठाना पड़ा है। अब ग्रामीणों ने रोष जाहिर करते हुए झील के किनारे ही अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि धरना स्थल झील के किनारे हैं। धरना स्थल पर पानी आने को है। यदि शासन-प्रशासन ने उनकी मांग न मानी तो उन्हें जल समाधि लेने जैसे निर्णय पर विचार करना पड़ेगा। रौलाकोट, स्यांसू और नकोट का विस्थापन तो कर दिया गया है, लेकिन आज तक भल्ड गांव की ओर ध्यान नहीं दिया गया है। यदि रौलाकोट की तर्ज पर उनका विस्थान न हुआ, तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। धरने पर बैठने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता सागर भंडारी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य कमल लाल, सुमति देवी, विमला देवी, सोनी देवी, भामा देवी, प्रमिला देवी शामिल रहे।