भारत-ब्रिटेन के बीच यात्रा को सहज बनाने पर सहमति, दोनों देशों के नियमों में बदलाव
नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोना संक्रमण के दौरान यात्रा को लेकर भारत और ब्रिटेन के बीच पैदा हुआ तनाव खत्म होता दिख रहा है। ब्रिटेन द्वारा भारतीय यात्रियों के लिए 10 दिन के अनिवार्य क्वारंटाइन को खत्म करने की घोषणा के एक दिन बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपनी ब्रिटिश समकक्ष लिज ट्रस के साथ बात की। दोनों के बीच यात्रा संबंधी मुद्दों पर बातचीत हुई और दोनों देशों के बीच यात्रा को सहज बनाने पर सहमति बनी।
ब्रिटेन ने गुरुवार को एलान किया था कि 11 अक्टूबर के बाद से कोविशील्ड या उसकी तरफ से मंजूरी दूसरी वैक्सीन की सभी डोज लगवाने वाले भारतीयों को 10 दिन के अनिवार्य क्वारंटाइन में नहीं रहना होगा। ब्रिटेन के इस फैसले के बाद भारत भी ब्रिटिश नागरिकों को लेकर यात्रा संबंधी नए दिशानिर्देश जारी करेगा।
ब्रिटिश विदेश मंत्री से बातचीत के बाद जयशंकर ने ट्वीट किया, श्ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट््रस से बातचीत कर अच्छा लगा। दोनों देशों के बीच यात्रा को सहज बनाने पर सहमति बनी। इससे रोडमैप 2030 को लागू करने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटिश पीएम बोरिस जानसन के बीच मई में हुई वर्चुअल शिखर बैठक में रोडमैप 2030 को अपनाया गया था। इसका मकसद दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी में बदलना और अगले दशक में व्यापार एवं अर्थव्यवस्था, रक्षा एवं सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और लोगों से लोगों के बीच जुड़ाव के साथ अन्य मुद्दों को लेकर सहयोग बढ़ाना है।
इस बीच, सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि भारत भी अब ब्रिटेन से आने वाले लोगों के लिए यात्रा नियमों में बदलाव करेगा। ब्रिटेन द्वारा भारतीयों पर लगाए गए प्रतिबंधों के बाद भारत ने भी जवाबी कार्रवाई की थी। सूत्रों ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय इस सबंध में नए दिशानिर्देश जारी करेगा, जिसमें ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों के लिए अनिवार्य कोरोना जांच और क्वारंटाइन के नियमों को खत्म किया जाएगा।