भारतीय सेना गुलाम कश्मीर को वापस लेने को तैयार, बस आदेश का है इंतजार, उत्तरी कमान के प्रमुख का बयान
पुंछ (जम्मू और कश्मीर), एजेंसी। उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने गुलाम कश्मीर (को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्घ्होंने मंगलवार को कहा कि भारतीय सेना गुलाम कश्मीर को वापस लेने जैसे आदेशों को पूरा करने के लिए तैयार है। ज्ञात हो कघ्िकेंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ कई बार कह चुके हैं कघ्िगुलाम कश्मीर भारत का हिस्घ्सा है, हम इसे लेकर रहेंगे। इस बारे में भारत की संसद में प्रस्घ्ताव पारित हो चुका है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का गुलाम कश्मीर वापस लेने का बयान पर उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कघ्िजहां तक भारतीय सेना का संबंध है, वह भारत सरकार द्वारा दिए गए किसी भी आदेश को पूरा करेगी। जब भी इस तरह के आदेश दिए जाएंगे, हम इसके लिए हमेशा तैयार रहेंगे।
युद्घ विराम को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच समझौते पर उत्तरी सेना के कमांडर उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि सेना हमेशा यह सुनिश्चित करने के लिए तैयार है कि दोनों देशों के बीच युद्घविराम की समझ कभी न टूटे क्योंकि यह दोनों देशों के हित में है। लेकिन अगर कभी भी टूटा तो हम उन्हें करारा जवाब देंगे।
उन्होंने कहा कि देश में 25 वर्ष से कम आयु के 50 प्रतिशत से अधिक लोग हैं। यदि हम उन्हें अग्निवीरों के रूप में लेते हैं, उन्हें पढ़ाते हैं और उन्हें वापस भेजते हैं तो उनमें से कुछ को वापस भेज सकेगे, उनमें से कुछ को अर्धसैनिक बलों और पुलिस बलों में भेजा जाएगा और बाकी खुद का रोजगार कर कर सकेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि सीमा पार लन्चपैड पर लगभग 160 आतंकी बैठे हैं जिनमें पीर पंजाल के 130 उत्तर और पीर पंजाल के दक्षिण में 30 हैं। पूरे भीतरी इलाकों में कुल 82 पाकिस्तानी आतंकवादी और 53 स्थानीय आतंकवादी बैठे हैं। इससे पहले 28 अक्टूबर को, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को वापस लेने के लिए नई दिल्ली के संकल्प को दोहराया और कहा कि सभी शरणार्थियों को उनकी जमीन और घर वापस मिल जाएगा।