इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फूटने से चार हजार मीटर तक राख का गुबार, 2,780 लोग हुए घरबार छोड़ने को मजबूर
जकार्ता,एजेंसी। प्रातिक आपदाओं के लिहाज से यह साल बेहद खराब रहा है। चाहे वह जंगल की आग हो या तूफाऩ… कई देशों पर प्रति की तगड़ी मार पड़ी है। अब प्रातिक कोप का निशाना इंडोनेशिया बना है। इंडोनेशिया के पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत में इली लेवेतलो ज्वालामुखी रविवार को फूट गया जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान का अंदेशा जताया जा रहा है। ज्वालामुखी के फूटने से आसमान में चार हजार मीटर तक धुएं और राख का गुबार देखा गया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने कहा है कि ज्वालामुखी के फटने के बाद आसपास के इलाके को हाई अलर्ट जारी किया गया है। विस्घ्फोट के बाद पूरब से पश्चिम की ओर राख और धुएं का गुबार पूरी तरह से आसमान में छा गया। समुद्र तल से 1,018 मीटर की ऊंचाई वाले इस ज्वालामुखी आसपास दो किलोमीटर के दायरे में किसी भी गतिविधि से बचने को कहा गया है।