घंडियालका गांव में किसानों को दी जानकारी
रुद्रप्रयाग। गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान के निदेशक प्रो़ सुनिल नौटियाल के निर्देशन में घंडियालका गांव में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें जलवायु परिवर्तन से षि एवं हिमालयाई क्षेत्रों पर प्रभाव तथा आधुनिक षि से कैसे इसका निराकरण किया जाए पर व्यापक चर्चा की गई। संस्थान के वैज्ञानिक प्रभारी डा़क के चंद्रशेखर द्वारा संस्थान का संक्षिप्त विवरण दिया गया। साथ ही संस्थान के कार्यशाला एवं परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। संचालन संस्थान के वरिष्ठ शोधार्थी सुधांशु चमोली द्वारा किया गया। संस्थान की वैज्ञानिक डा़क कुसुम पांडेय द्वारा प्रतिभागियों को आधुनिक षि तकनीकों के बारे में बताया गया। पर्यावरण विशेषज्ञ ताजबर बिष्ट द्वारा काश्तकारों को मशरूम ट्रेनिंग दी गई साथ में बदलते पर्यावरण के अनुकूलन षि तकनीक के बारे में अवगत करवाया गया। जड़ी बूटी विशेषज्ञ ड़ यतीश मोहन बहुगुणा द्वारा क्षेत्र में जड़ी बूटी उत्पादन पर जोर दिया तथा जड़ी बूटी उत्पादन को कैसे आजीविका से जोड़े उस पर विचार साझा किए। कार्यक्रम में घंडियालका ग्राम सभा के पूर्व प्रधान ताजबर सिंह बिष्ट ने सभी विशेषज्ञों का स्वागत किया। संस्थान द्वारा ग्रामीणों को विभिन्न सब्जियों के हाइब्रिड बीज का वितरण किया गया। प्रशिक्षण में ग्राम सभा के वर्तमान प्रधान सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।