श्रीनगर में मूल निवास स्वाभिमान महारैली आज
श्रीनगर गढ़वाल। मूल निवास भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति ने श्रीनगर में होने जा रही मूल निवास स्वाभिमान महारैली की तैयारी पूरी कर दी हैं। श्रीनगर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मूल निवास भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि रविवार को सुबह 10 बजे रामलीला मैदान में जनसभा आयोजित की जायेगी। इसके बाद बाजार के मुख्य मार्गों पर से गोला बाजार तक रैली निकाली जाएगी। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई हरेक मूल निवासी की है। आज हमारी नौकरियां हमसे छीनी जा रही हैं, जमीन और सभी तरह के आर्थिक संसाधनों पर बाहर के लोगों का कब्जा होना चिंताजनक विषय है। उन्होंने कहा कि गढ़वाल विवि के केंद्रीय विवि बनने से हमारे मूल निवासी छात्रों को दाखिला मिलना मुश्किल हो गया है। कहा कि हमारी यह भी मांग है कि यहां के छात्रों को एडमिशन के लिए वैटेज मिलना चाहिए और नियुक्तियों के लिए मूल निवासियों के लिए आरक्षण की व्यवस्था हो। डिमरी ने कहा कि उत्तराखंड में हर तरह के सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में नौकरी पर पहला अधिकार मूल निवासी का ही होना चाहिए। दलगत राजनीति से हटकर हर मूल निवासी को अपने अधिकार के लिए लड़ना होगा। अपने और अपनी आने वाली पीढ़ी के बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए काम करना होगा। वहीं पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष पूनम तिवाड़ी ने कहा कि मूल निवास की व्यवस्था होती तो अंकिता की हत्या नहीं होती। आज प्रदेश में आपराधिक किस्म के लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इससे उत्तराखंड की शांत वादियों में हत्या, लूट और बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही हैं जो हमारे लिए चिंता का विषय बन गया है। समिति के कोर मेंबर अरुण नेगी, देवेंद्र नौडियाल, प्रांजल नौडियाल, सुधांशु थपलियाल, शिवानंद लखेड़ा, अमित पंत, रुपेश नेगी, आंचल राणा, प्रदेश उपाध्यक्ष सूरज नेगी, नितिन मलेठा, अंकित उछोली, अतुल सती, कुलदीप, नीरज पंचोली एवं केशव, प्रभाकर बाबुलकर, रोबिन सिंह, उपासना भट्ट, वीरेंद्र बिष्ट, पुनीत, अखिल राणा, मोनिका आदि मौजूद रहे।