समाज में बदलाव लाने के लिए सोच में बदलाव लाना जरूरी

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श्रीनगर गढ़वाल : गढ़वाल विवि के अंग्रेजी विभाग में शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर द पर्पल स्कार्फ नामक फिल्म का प्रदर्शन किया गया, जो महिलाओं के संघर्ष और उनके अधिकारों के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाने वाली एक प्रेरणादायक कहानी है। कार्यक्रम के दौरान, अंग्रेजी विभाग के शोधार्थियों और शिक्षकों ने फिल्म की विषय वस्तु पर गहन विचार-विमर्श किया। कार्यक्रम का संचालन शोधार्थियों सिमरन और आशु ने किया। मौके पर विभाग की प्रो. डॉ. शकुंतला रौथाण, शिक्षक डॉ. नितेश, डॉ. श्वेता, नीरज और डॉ. आरुषि उनियाल सहित आदि मौजूद थे।
वहीं दूसरी ओर आइसा छात्र संगठन द्वारा सीनेट सभागार में विचार गोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें वैश्विक स्तर पर महिलाओं की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की गई। इस अवसर पर गढ़वाल विवि की छात्रा प्रतिनिधि डॉ. शिवानी पाण्डेय ने कहा कि हमें महिलाओं के लिए अपने आस-पास के माहौल को संवेदनशील बनाना चाहिए। शिवानी ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए उन्हें प्रतिनिधित्व देने की आवश्यकता है। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित उछोली ने कहा कि वैश्विक स्तर पर आए दिन बड़ी संख्या में महिलाओं के प्रति हिंसा होती रहती है, जिसे रोकने के लिए कठोर कानून के साथ-साथ संवेदनशील माहौल का निर्माण होना जरूरी है। पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष रोबिन असवाल ने कहा कि आज के समय में महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ चढ़कर प्रतिभाग कर रही हैं। छात्रा प्रतिनिधि प्रियंका खत्री ने कहा कि समाज में बदलाव लाने के लिए सोच में बदलाव लाना जरूरी है। इस मौके पर सोनम ठाकुर, हर्ष, अर्चना, दीक्षा मिश्रा, अद्वैत द्वारा कविता पाठ एवं भाषण दिये गये। कार्यक्रम में समरवीर रावत, सोनम ठाकुर, नंदिनी सती, सुबोध रावत, दीक्षा, हिमांशी, शिवांक नौटियाल, सलोनी धनाई, सलोनी बुटोला, अनुष्का, प्रवेश, अद्वैत, अखिलेश आदि मौजूद थे। (एजेंसी)

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