कोटद्वार-पौड़ी

जैव विविधता को बनाए रखने में उत्तराखंड की महत्वपूर्ण भूमिका

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

लक्ष्य प्राप्त करने का जुनून होना चाहिए
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य बेहतर कार्य कर रहा है। देश व दुनिया की जैव विविधता को बनाए रखने में उत्तराखंड की महत्वपूर्ण भूमिका है। आने वाले समय में उत्तराखंड अपनी जैव विविधता के कारण दुनिया का सबसे समृद्ध प्रदेश होगा। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में छात्रों को मेहनत व लगन के साथ कार्य करना होगा। जिससे वह अपनी मंजिल हांसिल कर पाएंगे। मंत्री ने कहा कि ज्ञान को प्राप्त करने के लिए कोई भी उम्र नहीं होती है। लक्ष्य बनाते हुए उसे प्राप्त करने का जुनून होना चाहिए।
सोमवार को जनपद के घुडदौड़ी में जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रोघोगिकी संस्थान के महात्मा गांधी प्रेक्षागृह में आयोजित इंटरनेशनल ऑनलाइन फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम विषय पर आधारित कार्यक्रम में प्रदेश के काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए आयोजित कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। काबीना मंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में कोविड-19 की महामारी से बचने के लिए हर नागरिक को अपना ख्याल रखना होगा। जिससे आगे जाकर वह अन्य कार्यों के प्रति जागरूक हो सके। डॉ. रावत ने कहा कि वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में पवन ऊर्जा को लेकर उत्तराखंड में परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं। इसलिए सरकार सौर ऊर्जा के क्षेत्र में विशेष ध्यान दे रही है। इस क्षेत्र में 25 किलोवाट से कम क्षमता वाले 270 से अधिक प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। जिनसे 10 हजार लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी जल विद्युत परियोजनाओं को भी बेहतर बताया। इन परियोजनाओं से विघुत उत्पादन के साथ ही जल संवद्र्धन भी होता है। छोटी परियोजनाओं से पर्यावरण पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग के छात्रों को लगन व मेहनत के साथ कार्य/अध्ययन करने की जरूरत है। जिससे आगे जाकर सफलता मिल सकेगा।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आशुतोष गुप्ता ने कहा कि एक सप्ताह तक चलने वाली इस ऑन लाइन कार्यशाला में नवीन माइक्रो मशीन व सोलर इंजीनियरिंग प्रणाली सहित अन्य पर विशेषज्ञ अपनी राय रखेंगे। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो. एमपीएस चौहान, एसडीएम सदर एसएस राणा, सीओ सदर वंदना वर्मा, कुल सचिव संदीप कुमार, डॉ. भोला झा, डॉ. सतेंद्र कुमार, डॉ. किरीट सेमवाल, डॉ. संजीव नैथानी, सुरभि आदि मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!