जल निगम के कर्मचारियों को चार माह से नहीं मिला वेतन, आंदोलन की दी चेतावनी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। उत्तराखंड पेयजल निगम के अधिकारी-कर्मचारियों को चार माह से वेतन नहीं मिला है। जिससे उन्हें परिवार के भरण-पोषण को लेकर परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। आर्थिक संकट से जूझ रहे कर्मचारियों ने जल्द वेतन नहीं दिए जाने पर बहिष्कार की चेतावनी दी है। कर्मचारियों ने वेतन भुगतान की मांग को लेकर अधिशासी अभियन्ता निर्माण शाखा उत्तराखण्ड पेयजल निगम कोटद्वार को ज्ञापन सौंपा है।
जल निगम जल संस्थान मजदूर यूनियन उत्तराखण्ड की जनपद इकाई कोटद्वार अध्यक्ष योगेन्द्र नाथ ने पेयजल निगम कर्मचारियों एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों को विगत चार माह से वेतन/पेंशन का भुगतान आज तक नहीं किया गया है। जिससे कर्मचारियों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। ऐसी दशा में बच्चों की फीस, कमरे का किराया सहित अन्य दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति करना मुश्किल हो गया है। कई कर्मचारियों ने बैंक से लोन ले रखा है, लेकिन समय से वेतन न मिलने के कारण वह लोन की किस्त जमा नहीं कर पा रहे है। जिस कारण कर्मचारी मानसिक रूप से भी परेशान है। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी नकदीकरण, ग्रेज्युटी, पेंशन आदि देयकों का भुगतान समय पर न होने के कारण कई परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके है। योगेन्द्र नाथ ने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन के तहत फील्ड कर्मचारी अहम भूमिका निभा रहे हैं। लेकिन वेतन नहीं मिलने से उन्हें फील्ड से जुड़े कार्यों का संपादन करने में भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को जल्द ही वेतन नहीं दिया गया, तो वे आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। वेतन देने में शासन स्तर पर हीलाहवाली जारी रही तो कार्य बहिष्कार व धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पड़ेगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।