मानवाधिकार हनन का आरोप लगाया
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। सरोजनी देवी लोक विकास समिति के सदस्यों ने नगर निगम पर मानव अधिकार हनन का आरोप लगाया है। इस सम्बन्ध में समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह नेगी ने राज्य मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष को पत्र प्रेषित किया है।
समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि नगर निगम की उदासीनता से नगर में समस्यायें बढ़ती जा रही है, जगह-जगह गंदगी के ढेर से लोगों की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही है। स्थानीय जनता द्वारा लगातार शिकायत करने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खोह नदी के दोनों तटों पर बसी घनी आबादी के ठीक मध्य में प्रतिदिन नगर क्षेत्र का कूड़ा एकत्रित किया जा रहा है। वर्तमान में खोह नदी के किनारे कूड़े का पहाड़ बन गया है। जिससे आसपास क्षेत्र में वातावरण प्रदूषित रहता है। क्षेत्र में संक्रामक रोगों की संभावनाये बढ़ती जा रही है। जनहित में कूड़ा निस्तारण अन्यत्र किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहर के मुख्य मार्ग फल, सब्जियों की रेहड़ी व ठेलियों से घिरे रहते है, जिस कारण लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। वहीं आवारा पशुओं की भीड़ और दुकानों के आगे खड़े वाहन लोगों की परेशानी को और अधिक बढ़ा देते है। उन्होंने कहा कि आये दिन आवारा पशु राहगीरों को चोटिल कर रहे है, लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा है कि केंद्र व राज्य सरकार की ओर से व्यवस्था संचालन एवं विकास के नाम पर आम जनता से विभिन्न प्रकार के कर वसूले जाते हैं, लेकिन कोटद्वार में विकास के बजाय जनता के मूल अधिकारों का हनन कर रहें है।