ठेका कर्मचारियों को लूट रहे जल संस्थान के ठेकेदार
देहरादून। जल संस्थान के ठेका कर्मचारियों ने समय पर वेतन न मिलने और अधूरा वेतन मिलने का आरोप लगाते हुए मुख्यालय में विरोध जताया। शुक्रवार को जल भवन नेहरू कालोनी में सीजीएम नीलिमा गर्ग के समक्ष विरोध जताया। श्रम मानकों के अनुरूप पूरा वेतन देने की मांग की। उत्तराखंड जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ ने जल संस्थान में ठेका सिस्टम को सवाल उठाए। अध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि पूरे प्रदेश भर में ठेका कर्मचारी परेशान हैं। कर्मचारियों को समय पर वेतन का भुगतान नहीं किया जाता। छह छह महीने के इंतजार में वेतन का भुगतान होता है। वो भी पूरा भुगतान नहीं किया जाता। छह महीने में कभी दो महीने तो कभी तीन महीने का भुगतान किया जाता है। उसमें भी जो वेतन जल संस्थान की ओर से तय किया गया है, वो भी पूरा नहीं दिया जाता। श्रम मानकों के अनुसार वेतन देने को लेकर लंबे समय से दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। महामंत्री मंगलेश लखेड़ा ने कहा कि ईएसआई, ईपीएफ कटौती में भी गड़बड़ी कर लाभ नहीं दिया जा रहा है। अल्प वेतन के बावजूद एक एक आदमी से चार चार आदमी के बराबर काम लिया जाता है। कहा कि ठेकेदारों के उत्पीड़न से ठेका कर्मचारी परेशान हैं। जबकि धरातल पर यही ठेका कर्मचारी पूरे पेयजल सिस्टम को संभाले हुए हैं। जल्द पूरा लाभ न मिलने पर आंदोलन किया जाएगा। सीजीएम नीलिमा गर्ग ने आश्वासन दिया कि ठेकेदारों पर नकेल कसी जाएगी। कर्मचारियों को समय पर वेतन का भुगतान हो, ये सुनिश्चित कराया जाएगा। विरोध जताने वालों में आशीष दिवेदी, गणेश गोस्वामी, देवकिशोर कंडवाल, गोविंद आर्य, सूर्यप्रकाश रानाकोटी मौजूद रहे।