शांतिपूर्ण संपन्न हुई जलाभिषेक यात्रा, चारों तरफ रहा सन्नाटा; पुलिस ने ली राहत की सांस
नूंह/गुरुग्राम, एजेंसी। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) ममता सिंह ने कहा कि कुछ संगठनों द्वारा ब्रजमंडल की शोभायात्रा को लेकर आह्वान करने पर किसी भी संगठन को अनुमति नहीं दी गई, लेकिन जिले में लगातार जलाभिषेक हुआ।
जलाभिषेक हर सोमवार को किया जाता है, पिछले सोमवार भी ढाई सौ से 500 लोगों ने मंदिर में जलाभिषेक किया था। इसी कड़ी में इस बार भी स्थानीय लोगों द्वारा नल्हेश्वर मंदिर में जलाभिषेक का कार्यक्रम हुआ।
उन्होंने कहा कि जिले में पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रही और शांति एवं कानून व्यवस्था बनी हुई है। किसी को भी यात्रा के रूप में जिले में प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई। जलाभिषेक शांति पूर्वक होने पर पुलिस ने राहत की सांस ली। पुलिस विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार के आने से माहौल में थोड़ा तनाव उत्पन्न हुआ लेकिन, पुलिस की सतर्कता से कहीं भी माहौल नहीं बिगड़ा।
नूंह जिला प्रशासन ने सोमवार को लोगों को घरों से बाहर निकलने से मना करने पर बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं, सरकारी कार्यालय खुले रहे थे, लेकिन कोई नहीं पहुंचा। हालांकि सरकारी मेडिकल कॉलेज में जरूर लोग पहुंचे।
प्रशासन ने जलाभिषेक यात्रा को लेकर सोमवार को कड़े सुरक्षा इंतजाम किया था। वहीं गांवों में मस्जिदों के माध्यम से लोगों को घरों में रहने को कहा गया था। ऐसे में लोगों ने घरों में ही रहना मुनासिब समझा। दूसरी ओर आम दिनों की भांति सरकारी कार्यालय खुले रहे। लघु सचिवालय में सरकारी कार्यालय में सभी कर्मचारी सुबह काम पर पहुंचे लेकिन कार्यालयों में लोग नहीं पहुंचे।
दोपहर में तीन गाड़ियों का काफिला अड़बर चौक से मंदिर के लिए रवाना हुआ। इस दौरान लोग हर-हर महादेव के उद्घोष करते गए। सबसे पहले पटौदी के स्वामी धर्मदेव मंदिर पहुंचे। तीन छोटी गाड़ियों से भी लोग पहुंचे। इसके बाद वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार पहुंचे। इसके बाद रोडवेज की बस से कुछ लोग मंदिर के लिए रवाना हुए।
वीएचपी समेत अन्य लोगों ने नल्हड मंदिर, फिरोजपुर झिरका मंदिर और सिंगार शिव मंदिर में जलाभिषेक किया। इसके लिए अलग-अलग टीमें बनी थीं। नूंह में सुबह स्थानीय लोगों ने भगवान शंकर का जलाभिषेक किया। इसमें नूंह आधार कार्ड वाले लोगों को ही प्रवेश मिला।
उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने कहा कि जिला नूंह में कुछ संगठनों द्वारा ब्रजमंडल की यात्रा के आह्वान के बाद आज जिला में शांतिपूर्ण माहौल में जलाभिषेक के कार्यक्रम हुए। लोगों ने श्रद्धापूर्वक व पूरी आस्था के साथ मंदिरों में शिवलिंग पर जलाभिषेक किया।
उपायुक्त ने बताया कि जिले में किसी भी संगठन को शोभा यात्रा निकालने की इजाजत नहीं थी। स्थानीय लोगों द्वारा पूरा दिन नल्हेश्वर मंदिर, झीर मंदिर में जलाभिषेक के कार्यक्रम शांतिपूर्वक ढंग से हुए। अमन-चैन व शांति बहाली में हर वर्ग का अच्छा सहयोग रहा। सभी गांवों में बनी शांति कमेटियों ने जिला में सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने में मुख्य भूमिका निभाई।
उपायुक्त ने बताया कि एहतियात के तौर पर धारा-144 लगाई गई थी। लोगों से भी शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई थी। जिला प्रशासन व आम नागरिकों के सहयोग से अब जनजीवन सामान्य तरीके से पटरी पर लौट रहा है। सावन का आखिरी सोमवार होने के कारण जिले में जलाभिषेक का कार्यक्रम सामान्य ढंग से चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला में सभी सामाजिक संगठन, जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन के अधिकारी एकजुट होकर शांति बहाली के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि सोशल मीडिया जैसे प्लेटफार्म पर किसी भी प्रकार का भ्रामक प्रचार न करें। इस तरह की गतिविधि पर प्रशासन की कड़ी नजर है। उन्होंने आमजन से पुन: अपील करते हुए कहा कि वे शांति बहाली में अपना योगदान दें और सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की अफवाहों आदि की सूचना जिला प्रशासन को दें, ताकि नियम अनुसार कार्रवाई की जा सके।