जलक्रीड़ा से भविष्य संवारेगें युवा, नयारनदी में प्रशिक्षण हेतु स्थल चिन्हित
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने जनपद के युवाओं के लिए जलक्रीड़ा के क्षेत्र में भी भविष्य संवारने की कवायद शुरू कर दी। जिसके तहत बुधवार को साहसिक खेल अधिकारी/जिला पर्यटन विकास अधिकारी कुशाल सिंह नेगी की मौजूदगी में जलक्रीड़ा एक्सपर्ट द्वारा जनपद के सतपुली क्षेत्रान्र्तगत नयार नदी में कयाकिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु नयार नदी में कयाकिंग ट्रायल किये गये है। जलक्रीड़ा विशेषज्ञ दलों द्वारा कयाकिंग कर स्थलों को प्रशिक्षण हेतु चिन्हित किया गया।
जिलाधिकारी श्री गब्र्याल ने जनपद वासियों को अपने ही क्षेत्र में स्वरोजगार की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए, हर क्षेत्र में युवाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए एक के बाद एक रोजगार परक कार्यक्रम चलाकर दूरगामी मंच तैयार करते आ रहे है। जिनमें जलक्रीड़ा भी क्षेत्र में पर्यटन को दृष्टिगत रखते हुए महत्वपूर्ण स्थान रखता है। साहसिक खेल अधिकारी/जिला पर्यटन विकास अधिकारी पौड़ी श्री नेगी ने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देशन पर नयार नदी में जल क्रीडा के क्षेत्र में स्वरोजगार की संभावना को तराशते हुए जनपद के युवा एवं युवतियों को स्वरोजगार हेतु आत्म निर्भर बनाने के लिए उन्हे प्रशिक्षित कर दक्ष बनाया जायेगा। जो आने वाले समय में अपने क्षेत्रों में जलक्रीड़ा में भविष्य को संवारते हुए गाईड के रूप में कार्य कर, आत्म निर्भर बन सकेंगे। उन्होंने कहा कि बुधवार को जलक्रीड़ा विशेषज्ञों के द्वारा नयार नदी में प्रशिक्षण हेतु कयाकिंग ट्रायल किया गया है। विशेषज्ञों द्वारा नदी में जलक्रीड़ा कर स्थलों को भली भॉति निरीक्षण कर चिन्हित किया गया।इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता वृजमोहन रावत, वेद प्रकाश वर्मा, कालिंदी एडवेंचर निदेशक प्रवीण रांगड, कयाकर गाईड पवन सिंह, आशीष रावत, प्रवीन रावत आशीष पुण्डीर सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
बॉक्स समाचार
युवाओं को मिलेगा प्रशिक्षण
साहसिक खेल अधिकारी/जिला पर्यटन विकास अधिकारी कुशाल सिंह नेगी कहा कि जलक्रीड़ा प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत क्षेत्र के युवा एवं युवतियों को प्री-बेसिक, बेसिक एवं एडवांस तीन तरह का प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिसमें प्री-बेसिक प्रशिक्षण 7 दिन, बेसिक प्रशिक्षण 15 दिन तथा एडवांस प्रशिक्षण 21 दिनों का रहेगा। जिसमें जलक्रीड़ा विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को बेहतर प्रशिक्षण देकर दक्ष बनाया जायेगा।