जीएमओयू का चक्का जाम जारी, यात्री परेशान
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। गढ़वाल मोटर्स ऑनर्स यूनियन ने यात्री किराया दोगुना करने की मांग को लेकर पांचवे दिन गुरूवार को भी बस सेवाएं बंद रखी। जिसके चलते यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गुरूवार को भी पहाड़ी मार्गों पर जाने वाले यात्री बस अड्डे में वाहनों के लिए भटकते हुए नजर आये। कंपनी की बसें नहीं चलने से लोग प्राइवेट टैक्सी में यात्रा करने को मजबूर हो रहे है।
जीएमओयूलि की बसे विगत 2 मई से खड़ी है। कंपनी ने यात्री किराया दोगुना करने की मांग को लेकर बस सेवाएं बंद की है। जिस कारण कंपनी की बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। कोरोना संक्रमण के मामलों की रोकथाम के लिए शासन की ओर से वाहन संचालकों को बस में केवल 50 प्रतिशत यात्री ही ले जाने के निर्देश जारी किए गये है। आधी सवारियों के साथ वाहन संचालन में हो रहे घाटे को कम करने के लिए जीएमओयू संचालक मंडल ने शासन से प्रति सीट किराया दोगुना किए जाने की मांग की थी, लेकिन प्रदेश सरकार ने बसों का किराया बढ़ाने से साफ इंकार कर दिया। जिसके बाद कंपनी की ओर से विगत रविवार से बस सेवाएं बंद कर दी। कंपनी ने लगातार पांचवें दिन गुरूवार को भी बसों की सेवाओं को बंद रखा। जीएमओयूलि के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांग पर शासनादेश जारी नहीं करेगी जब तक चक्का जाम जारी रहेगा। कहा कि डीजल के बढे़ हुए दाम तथा 50 फीसदी सवारियों के साथ बसों का संचालन करना संभव नहीं है। कोरोना काल में वाहन स्वामी पहले से ही आर्थिक नुकसान वहन कर रहे है, जबकि डीजल और गाड़ियों से संबंधित व्यय लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में सरकार का यह कदम बस मालिकों के साथ सौतेला व्यवहार है। सरकार के इस निर्णय से स्टेज कैरेज बस मालिकों में रोष व्याप्त है।